RANCHI:सरकारी स्कूलों के बच्चों को अब बस की फैसिलिटी देने की तैयारी की जा रही है। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव बनाना शुरू कर दिया है जिसे जल्द ही सरकार के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। स्वीकृति के साथ ही यह सेवा शुरू कर दी जाएगी। विदित हो कि स्कूलों के मर्जर होने के बाद कई इलाकों में रहने वाले बच्चों के घर उनके स्कूल से काफी दूर हो गए हैं। स्कूलों में पढ़ने वाले कई बच्चे निजी ट्रैवल सेवा का लाभ नहीं उठा सकते। ऐसी स्थिति में बच्चों की पढ़ाई स्कूल नहीं पहुंचने या देर से पहुंचने के कारण बाधित हो सकती है। इसको देखते हुए यह प्रस्ताव बनाया जा रहा है। स्कूल बस मिलने से बच्चे समय पर स्कूल पहुंच पाएंगे।

सीएम ने दिया था आश्वासन

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आश्वासन दिया था कि स्कूल मर्जर की स्थिति में कक्षा 6 के जिन बच्चों को स्कूल आने में 2 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करनी होगी उन्हें सरकार साईकिल देगी। साथ ही अधिक दूरी होने पर गांव में प्राइमरी स्कूल के बच्चों के लिए बस सेवा शुरू होगी।

ऑनलाइन होगी मानिटरिंग

ज्ञानसेतु और ई। विद्यावाहिनी कार्यक्रमों के तहत डिजिटल रूप में ऑनलाइन अनुश्रवण की व्यवस्था की जा रही है। विद्यावाहिनी कार्यक्रम सरकार के शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजना है। इसके माध्यम से अकादमिक एवं प्रशासनिक सूचकांकों पर राज्य के सभी स्कूलों में ऑनलाइन मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जा रही है।

बच्चों को लाभ मिलेगा

योजना के तहत प्रत्येक पंचायत में बड़े स्कूल की अवधारणा हेतु परिवहन की व्यवस्था करनी है ताकि छात्र-छात्राएं सुगमतापूर्वक स्कूल पहुंच सकें। बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता में वृद्धि होगी बल्कि विद्यालयों के प्रति इनकी अभिरुचि एवं ऑनलाइन अनुश्रवण के माध्यम से आंकड़ों की सत्यता भी बढ़ेगी।

वर्जन

बच्चों की सुविधा के लिए बस सेवा, ई विद्यावाहिनी समेत कई अन्य तरह की योजनाएं चलाने की तैयारी है। परिवहन सेवा से संबंधित प्रस्ताव बनाया जा रहा है और जल्द ही सरकार के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।

एपी सिंह, शिक्षा सचिव

Posted By: Inextlive