आई स्पेशल

- बदरीनाथ धाम में पिछले साल की तुलना में पांच गुना ज्यादा व्यापार।

-2013 की आपदा के बाद बुरी तरह गिरा था व्यापार

- 25 करोड़ का कारोबार हुआ बदरीनाथ में

- 12 करोड़ रहा केदारनाथ का कारोबार

- 8 करोड़ रहा था पिछले साल दोनों धामों में कारोबार

- 30 करोड़ का व्यापार होता था बदरीनाथ में आपदा से पहले

- 500 के करीब व्यापारी बदरीनाथ में, केदारपुरी में फिलहाल हैं 60 दुकानें

DEHRADUN: आपदा ने ख्0क्फ् में जो जख्म केदारनाथ और बदरीनाथ पर लगाए, उसके जख्म अब भर रहे हैं। हर क्षेत्र में यह स्थिति दिख रही है। इस बार के यात्रा सीजन में दोनों धामों में व्यापार की सुधरी स्थिति ने व्यापारियों की आंखों में नई चमक ला दी है। पिछले साल की तुलना में इस बार यात्रा सीजन में बदरीनाथ के कारोबारियों ने पांच गुना ज्यादा व्यापार किया है। वहां पर करीब ख्भ् करोड़ का इस बार कारोबार हुआ है, जबकि पिछले साल ये आंकड़ा महज भ् करोड़ तक ही सिमटा हुआ था। मिलती-जुलती स्थिति केदारनाथ में हैं, जहां इस बार का व्यापार करीब क्ख् करोड़ पर पहुंच गया है। पिछली बार ये व्यापार ढाई से तीन करोड़ पर सिमट गया था।

लौटेंगे वो दिन

बदरीनाथ व्यापार संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक ख्0क्फ् की आपदा के बाद वह बेहद निराश हो गए थे। ख्0क्ब् और ख्0क्भ् के यात्रा सीजन ने उन्हें बेहद निराश किया। इन दोनों सालों में उनका व्यापार महज भ् करोड़ तक ही सिमट गया। आपदा से पहले ये कारोबार करीब ख्8 से फ्0 करोड़ तक होता था। इस बार व्यापारी खुश हैं कि उनके कारोबार का आंकड़ा पांच गुना तक यानि ख्भ् करोड़ हो गया। हालांकि अभी भी ये आपदा से पहले के आंकड़ों से काफी कम है। फिर भी उम्मीद कर रहे हैं कि पुराने दिन लौटेंगे। केदारनाथ के व्यापारी नेता राजेश बगवाड़ी के अनुसार, केदारनाथ के व्यापारियों के लिए इस बार सीजन बेहद कामयाब रहा है। आपदा से पहले यहां पर क्भ् से क्8 करोड़ तक का व्यापार होता था। मगर पिछले साल सिर्फ ढाई करोड़ का ही कारोबार हो पाया। इस बार क्ख् करोड़ का कारोबार होने का अनुमान है।

बदरी-केदार के व्यापारियों की स्थिति

-बदरीनाथ में करीब भ्00 व्यापारी हैं जो यात्रा सीजन में यहां म् महीने कारोबार करते हैं। शीतकाल में म् महीने बदरीनाथ बर्फ से ढका रहता है। तब यहां के कपाट बंद रहते हैं। इसी तरह, केदारनाथ में आपदा से पहले डेढ़ सौ दुकानें थीं, लेकिन अब सिर्फ म्0 दुकानें वहां पर मौजूद हैं। हालांकि लोग अपने घरों से भी व्यापार चलाते हैं।

काफी सुधरा इंफ्रास्ट्रक्चर

ख्0क्फ् की आपदा के बाद अचानक यहां आने वाले यात्रियों की संख्या घट गई थी। लेकिन ख्0क्भ् के बाद हालात कुछ सुधरने लगे। इस साल सड़कें भी काफी हद तक सुधर गईं और यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा होता रहा। व्यापार संघ के लोग इसके लिए सरकारी कामों की सराहना करते हैं। उनका कहना है कि सड़कों की दशा हालांकि अभी तक वैसी नहीं है जैसी होनी चाहिए थी, लेकिन फिर भी काम कुछ हद तक ठीक हुआ जिससे यात्रियों ने यहां का रुख दोबारा किया है।

Posted By: Inextlive