स्नान पर्व के दौरान नो एंट्री से व्यापारी परेशान, ई-वे बिल की वैधता समाप्त होने पर कैसे होगा समाधान

prayagraj: कुंभ मेला 2019 में होने वाली दिक्कतों को लेकर व्यापारी परेशान हैं। कारण कि कुंभ के दौरान स्नान पर्व से कुछ दिन पहले से ही शहर में कॉमर्शियल वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बैन रहेगा। ऐसे में ई-वे बिल की डेट एक्सपायर होगी और व्यापारियों का माल पकड़े जाने पर उन्हें टैक्स की मार झेलनी पड़ सकती है।

कमिश्नर को पत्र लिखा गया

कुंभ के दौरान आने वाली इस समस्या को देखते हुए व्यापारियों ने वाणिज्य कर कमिश्नर को पत्र लिख कर कुंभ मेला से पहले समस्या का समाधान किए जाने की मांग की है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार कल्याण समिति की ओर से वाणिज्य कर कमिश्नर को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि कुंभ के दौरान जनवरी से लेकर मार्च तक छह प्रमुख स्नान पर्व पड़ रहे हैं। सभी स्नान पर्वो के करीब दो दिन पहले और दो दिन बाद तक शहर में कॉमर्शियल वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। सामान से भरे ट्रकों को हाईवे पर ही रोक दिया जाएगा। उन्हें तभी शहर में आने दिया जाएगा। जब भीड़ कम हो जाएगी।

परेशान कर सकते हैं अधिकारी

व्यापारियों को कुंभ के दौरान लगने वाले प्रतिबंध से दिक्कत नहीं है। लेकिन दिक्कत ई-वे बिल की वजह से हो सकती है। क्योंकि निर्धारित स्थान से माल रवाना होने के बाद व्यापारी तक पहुंचने में अगर चार-पांच दिन का एक्स्ट्रा समय लगा तो ई-वे बिल एक्सपायर हो जाएगा। नो इंट्री की वजह से ई-वे बिल एक्सपायर होने पर व्यापारियों को परेशान न किया जाए, इसकी व्यवस्था करनी होगी।

कुंभ के दौरान कॉमर्शियल वाहनों पर प्रतिबंध हर बार लगता है। लेकिन ई-वे बिल इस बार ही लागू किया गया है। ई-वे बिल की वजह से व्यापारियों पर पेनाल्टी न लगे, इसकी व्यवस्था सरकार को करनी होगी।

संतोष पनामा

संयोजक, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार कल्याण समिति

Posted By: Inextlive