जीएसटीआर पोर्टल का रिस्पांस भर रहा व्यापारियों में निराशा

पेनाल्टी खत्म करके जीएसटी को दोबारा रिव्यू करने का सरकार से आग्रह

ALLAHABAD: जीएसटी आर -2 भरने में व्यापारियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पोर्टल की बदहाली उनकी नाराजगी को बढ़ा रही है। व्यापारियों का कहना है कि सरकार ने टैक्स और रिटर्न नही भरने पर पेनाल्टी का प्रावधान कर रखा है लेकिन पोर्टल नही चलने से प्रक्रिया पूरी नही हो पा रही है। ऐसे में व्यापारी जिम्मेदार नही होंगे। सरकार को पेनाल्टी लगाने की डेट बढ़ा देनी चाहिए।

थ्री बी के तहत जमा करें टैक्स

व्यापारियों का कहना है कि पोर्टल पूरी तरह फेल चल रहा है। सरकार ने कहा था कि 30 अक्टूबर तक दिक्कत दूर हो जाएगी लेकिन ऐसा नही हुआ। सरकारी नुमाइंदे पोर्टल की कमी को ढूंढ नही पा रहे हैं। ऐसे में सरकार चाहे तो 31 दिसंबर तक जीएसटीआर थ्री बी के थ्रू व्यापारियों से रिटर्न और टैक्स जमा करा सकती है। क्योंकि, पोर्टल में रिटर्न की डिटेल डालने पर लोगों को एरर रिपोर्ट का सामना करना पड़ रहा है। जिसे सुधारने में लंबी कवायद का सामना करना पड़ता है। इसके उलट जीएसटीआर थ्रीबी बेहतर आप्शन है।

सरकार समझ चुकी है हालात

सरकार जनवरी, फरवरी और मार्च से जीएसटी वन, टू और थ्री जमा कराना शुरू करे

व्यवस्था नही सुधरने तक व्यापारियों को रिलैक्स दिया जाना चाहिए

दस नवंबर तक समाधान योजना की लास्ट डेट है लेकिन पोर्टल नही चलने से इसका लाभ व्यापारी उठा नहीं पा रहे हैं

सरकार भी समझ चुकी है बिना व्यापारियों की राय लिए जीएसटी को सफल नही बनाया जा सकता है

यही कारण है कि जीएसटी लॉ रिव्यू कमेटी का गठन किया गया है जिसमें व्यापारी संगठन कैट के प्रवीण खंडेलवाल को रखा गया है।

व्यापारियों पर लगाई जाने वाली पेनाल्टी की डेट को 31 मार्च तक बढ़ा देना चाहिए। तब तक सरकार जीएसटी आर टू की खामियों को दूर करे। इससे हमे होने वाली परेशानियां दूर हो जाएंगी।

महेंद्र गोयल, उत्तरी पूवी कैट अध्यक्ष

पोर्टल की परफार्मेस बेहद खराब है। न तो रिटर्न भरा जा रहा और न ही व्यापारी टैक्स की डिटेल दे पा रहे हैं। ऐसे में उनका व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। सरकार को इस ओर सोचना होगा।

अजय गुप्ता, व्यापारी नेता

दस नवंबर है समाधान योजना की लास्ट डे्रट। इसका फायदा भी व्यापारी नही ले पा रहे हैं। व्यापारी वर्ग सरकार से पोर्टल की कमियों को दूर किए जाने की लगातार मांग कर रहे हैं।

आशीष अग्रवाल, व्यापारी नेता

Posted By: Inextlive