- बिजनेसमैन को भी बजट से काफी उम्मीदें

- बिजनेस के लिए रियायत की चाह में गोरखपुराइट्स

बिजनेसमैन को भी बजट से काफी उम्मीदें

- बिजनेस के लिए रियायत की चाह में गोरखपुराइट्स

GORAKHPUR: GORAKHPUR: बजट आने में अब महज एक दिन और बाकी है। एक फरवरी को फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण के पिटारे में से लोगों के लिए राहत का बजट बाहर आने की उम्मीद है। सभी सेक्टर को अपने लिए कुछ खास की आस है। सभी चाहते हैं कि उनके ऊपर से न सिर्फ टैक्स की मार कम हो, बल्कि इनकम टैक्स स्लैब भी बढ़े, जिससे उनकी मुश्किलें थोड़ी दूर हो सकें। बिजनेस और इंडस्ट्री से जुड़े लोग जीएसटी और टैक्स से राहत के साथ ही ब्याज दरों में भी कटौती की उम्मीद लगाए बैठे हैं। रियल एस्टेट सेक्टर में छाई सुस्ती को दूर करने के लिए सरकार से लोगों को टैक्स इनसेंटिव की भी काफी उम्मीद है। होमलोन पर इंट्रेस्ट डिडक्शन लिमिट बढ़े, इसका भी गोरखपुराइट्स को बेसब्री से इंतजार है।

कोट्स

ज्वैलरी सेक्टर को इस बार राहत मिलने की उम्मीद कम है। इंडिविजुअल को टैक्स स्लैब में छूट मिलने के साथ ही पार्टनरशिप फर्म में छूट की काफी उम्मीद है। इससे आम आदमी के हाथ में कैश होगा और उसकी परचेजिंग पावर बढ़ेगी।

अतुल सराफ, ऐश्प्रा जेम्स एंड ज्वेल्स

कॉर्पोरेट टैक्स को घटाकर ख्ख् से क्भ् परसेंट किया गया है, तो उन्हें पुरानी कंपनी के लिए भी यही करना चाहिए। इससे कंफ्यूजन दूर होगा और व्यापारी छूट के लिए बजाए नई फर्म ओपन करने के उसी फर्म के जरिए बिजनेस कर सकेंगे।

- आकाश अग्रवाल, प्रोपराइटर, ड्रेस लैंड

कॉर्पोरेट के लिए एक ही टैक्स स्लैब सेट कर देना चाहिए। इससे पब्लिक और इंडस्ट्रियलिस्ट दोनों को ही फायदा होता। प्लाईवुड और इससे जुड़े प्रॉडक्ट पर भी टैक्स लिमिट क्8 से घटाकर क्ख् परसेंट करनी चाहिए।

- अहसान करीम खान, डायरेक्टर, स्प्लाइस प्रॉडक्ट प्राइवेट लिमिटेड

विदेश से आने वाले सामानों पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाकर देश के सामानों को प्रोत्साहित करें। चाइना और दूसरे देशों से आने वाले सामानों को यहां डंप न किया जा सकेगा और देश के बिजनेसमैन के सामान के प्रति लोगों का अट्रैक्शन बढ़ेगा।

- अशीष छापडि़या, ओनर, प्राह्लाद राय एंड कंपनी

व्यापार की अड़चनों को सुधार करने की उम्मीद है। आर्थिक मंदी से देश जूझ रहा है, इससे राहत देने के लिए कोई खास पहल हो। बैंकिंग सिस्टम में सुधार लाएं और टैक्सेशन कम करें। इसमें सुधार आ जाए, तो ऑनलाइन परचेजिंग बढ़ सकेगी।

- विक्की कुकरेजा, प्रोपराइटर, रवि ट्रेडिंग कंपनी

बैंकिंग सेक्टर की चीजों में थोड़ी फ्लैक्सीबिल्टी आए तो लोग बैंकिंग कर सकें। बैंकिंग के चार्जेज कम होंगे, तो कैश फ्लो बढ़ेगा। रजिस्ट्री की राह भी आसान की जाए जिससे कि आम आदमी को राहत मिल सके।

- विनय कुमार अग्रवाल, प्रोपराइटर, वीके इंटरप्राइजेज

Posted By: Inextlive