- कपड़ा मार्कट ने पहले ही कर रखी है समर, वेडिंग के साथ ही ईद की तैयारी

- लॉकडाउन खुलने के बाद भी सोशल डिसटेंसिंग और सेनिटाइजेशन पर होगा जोर

- कपड़ा मार्केट को मिलेगी छूट, इसको लेकर संशय में व्यापारी

GORAKHPUR: लॉकडाउन ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। 22 दिनों से व्यापार पूरी तरह से ठप है, जिसकी वजह से उनके माथे पर शिकन पड़नी शुरू हो गई है। इसके बाद भी राहत की बात यह है कि गोरखपुर में अब तक एक भी कोरोना का पॉजिटिव केस नहीं मिला है, जिसे लेकर व्यापारी भी उम्मीद लगाए बैठे हैं। उनका मानना है कि इस बात की कम ही उम्मीद है कि उन्हें कपड़ा बेचने की परमिशन दी जाएगी, लेकिन अगर उन्हें कुछ देर के लिए ही सही, अगर परमिशन मिल जाती है, तो वह इसमें सेनिटाइजेशन, हाईजीन मेनटेन रखने के साथ ही सोशल डिसटेंसिंग पर खास फोकस रखेंगे। वहीं एंप्लाई भी मास्क लगाकर ही बैठेगा और अल्टरनेट डे पर ड्यूटी करेगा, जिससे कि बेवजह की भीड़ कम होगी और इंफेक्शन का खतरा भी कम रहेगा।

मार्केट में कर रखी है तैयारी

लगन की मार्केट पर तो पूरी तरह से कोरोना का ब्रेक लग गया है। लेकिन अब व्यापारियों को ईद और गर्मी की मार्केट से थोड़ा उम्मीद जगी है। इस दौरान लोग अगर खरीदारी करते हैं, तो इसको लेकर उन्होंने पहले से ही तैयारी कर रखी है। जहां पूरा स्टॉक तैयार है, वहीं दूसरी ओर कलेक्शन के हिसाब से अलग-अलग ऑफर्स भी देने की तैयारी की गई है। गर्मी के लिए भी कपड़ा मार्केट में अलग इंतजाम किए हैं, तो वहीं वेडिंग कलेक्शन की ब्रॉड रेंज अवेलबल है, जहां लोगों को उनके मनमाफिक सामान मिल जाएगा। बस अब सबको लॉकडाउन खुलने का इंतजार है, जिसके बाद उनके बिजेनस का पहिया भी आगे बढ़ सकेगा और चेहरे की खोई हुई रौनक वापस लौटेगी।

कोट्स

ईद और लगन की पूरी तैयारी कर रखी है। वहीं गर्मी के समय जो लोग कपड़े पहनते हैं, इसका भी स्टॉक तैयार है। लॉकडाउन खुलने का इंतजार है। अगर यह खुलता है तो हम इसके लिए तैयार हैं। कस्टमर्स की सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। उन्हें बेहतर गिफ्ट तो मिलेंगे ही। वहीं सोशल डिसटेंसिंग की भी व्यवस्था रहेगी और दुकान बड़ी होने से कोई असुविधा नहीं होगी। मास्क और गमछा भी हम काफी कम कीमत पर सेल कर रहे हैं।

- विष्णु जालान, डायरेक्टर, जालान उत्सव

हम लोगों ने लगन और ईद की पूरी तैयारी कर रखी है। हम छह माह एडवांस तैयारी करते हैं, इसलिए स्टॉक दुकान पर आ चुका है। अगर लॉकडाउन खुलता है, तो हमें उम्मीद है कि लोगों को निराश नहीं होना पड़ेगा। अगर हमें ढील मिल जाती है, तो हमारे स्टॉक में थोड़ा रोटेशन आ जाएगा। वहीं इसके लिए हमने प्लान भी कर रखा है कि सोशल डिसटेंसिंग का पालन करवाया जाएगा। हर दो घंटे पर सेनिटाइजेशन होगा। वहीं टोटल स्टाफ को भी दो पार्ट में बांटकर अल्टरनेट डे पर उन्हें बुलाया जाएगा।

- आकाश अग्रवाल, ड्रेस लैंड

तीन मई तक लॉक डाउन है और हमें कपड़ा मार्केट खुलने की उम्मीद कम है। जो हमारे पास स्टॉक अवेलबल है, उसी में लोगों को प्रोवाइड कराएंगे। ऐसा इसलिए कि न तो प्रोडक्शन हो रहा है और न ही कपड़ों का ट्रांसपोर्टेशन हो रहा है। ऐसे में नया स्टॉक आने में प्रॉब्लम होगी। हमारे पास जो कपड़ा है, उसको सेल करने को लेकर हमने तैयारी की है। सोशल डिसटेंसिंग बड़ा चैलेंज होगा।

- शंभू शाह, डायरेक्टर, गीता होलसेल मार्ट

कपड़े का पूरा स्टॉक हमने कर रखा है। ऐसी उम्मीद कम है कि मार्केट में छूट मिलेगी। इस सीजन में हमने मान लिया है कि सेल प्रभावित होगी। मार्केट को देखकर लग रहा है कि इस बार राहत नहीं मिलने वाली है। अभी काफी केस निकल रहे हैं, जिसकी वजह से डर बना हुआ है। लोगों के घर से बाहर निकलने की उम्मीद कम है।

शेवल कुमार, प्रोपराइटर, आनंद फैशन

कपड़ा मार्केट में स्टॉक तैयार है, लेकिन इसे परमिशन मिलने को लेकर संशय है। अगर परमिशन मिल जाती है, तो हम जरूर लोगों को बेहतर कपड़े उपलब्ध कराएंगे। हमारी सेल रमजान से पहले शबरात में ही शुरू हो जाती थी, लेकिन इस बार अब तक यह शुरू नहीं हो पाई है। तीन मई तक लॉकडाउन है, इसके बाद बहुत कम सेल की उम्मीद है।

- राजेश नेभानी, अध्यक्ष, थोक वस्त्र व्यवसायी वेलफेयर कमेटी

Posted By: Inextlive