- भूस्वामी के देहरादून न रहने का का उठाया फायदा

- फर्जी भूस्वामी बनकर तीन लोगों को एक करोड़ में बेच दी थी जमीन

DEHRADUN:

दून में जमीन फर्जीवाड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन छोटे-बड़े जमीन फर्जीवाड़े का मामला दून में सामने आ रहा है। एक जमीन को दो से तीन बार बेच देना, किसी की बिकी जमीन किसी और को बेच देना, फर्जी विक्रय पत्र बनाकर जमीन के नाम पर लोन लेना ऐसे मामले दून में बढ़ते ही जा रहे हैं। वहीं पुलिस के पास जमीन फर्जीवाड़े की जो भी शिकायत आ रही है, उसमें खुलासे भी हो रहे हैं। फिर भी जमीन फर्जीवाड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहा है।

एक करोड़ में तीन लोगों को बेची जमीन

पुलिस ने फर्जी भूस्वामी बनकर धोखाधड़ी से जमीन बेचने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। मामला अप्रैल ख्0क्म् का है। मामले में भूमाफिया पहले ही जेल जा चूका है। मंगलवार को षड़यंत्र रचने वाला आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। दोनों आरोपी सिद्धोवाला में एक व्यक्ति की जमीन एक करोड़ में तीन अलग- अलग लोगों को बेच दी थी। भूस्वामी को जब इस बात की जानकारी हुई तो शिकायत एसआईटी से की। एसआईटी ने जांच कर भूमाफिया को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन फर्जी भूस्वामी बनने वाला फरार चल रहा था।

रुपए के लालच में बना फर्जी प्यार सिंह

अप्रैल ख्0क्म् में प्यार सिंह ने प्रेमनगर थाने में तहरीर दर्ज कराई थी कि सिद्धोवाला में उनकी जमीन को इसरार नाम के भूमाफिया ने आपराधिक षड़यंत्र रचकर किसी को बेच दी है। पुलिस ने यह तहरीर दर्ज कर मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी। एसआईटी ने जांच में खुलासा किया कि प्यार सिंह पंजाब में रहते हैं, जिससे वे अपने सिद्धोवाला जमीन की देखरेख ठीक से नहीं कर पाते थे। जिसका फायदा भूमाफिया इसरार ने उठाया। इसरार ने असली प्यार सिंह के जगह पर एक फर्जी प्यार सिंह खड़ा कर तीन अलग-अलग पार्टियों को यह जमीन बेच दी। उसने यह जमीन इन्हें ख्ख् लाख, ब्8 लाख व फ्0 लाख कुल मिलाकर क् करोड़ में बेच दी। जिसके बाद एसआईटी ने इसरार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। भूमाफिया इसरार को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम गठन किया गया था, जिसे ख्ब् नवंबर ख्0क्म् को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था। लेकिन फर्जी प्यार सिंह पुलिस की गिरफ्त से दूर था। फर्जी प्यार सिंह के बारे में इसरार के पास भी कोई ठोस जानकारी नहीं थी। इसके बाद एक टीम मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मेरठ और हरिद्वार में फोटो के आधार पर छानबीन की। इस छानबीन में जानकारी मिली कि फर्जी प्यार सिंह बनने वाले का असली नाम आत्माराम है जो मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। जिसे पुलिस ने मंगलवार को कोतवाली से गिरफ्तार किया। जो एकता विहार कोतवाली मुजफ्फरनगर में किराये पर रह रहा था। पूछताछ में आरोपी आत्माराम ने बताया कि वह सहारनपुर में पंडिताई का काम करता था, जिसकी चार साल पहले इसरार से मुलाकात हुई थी और रुपयों के लालच में उसने फर्जी प्यार सिंह बनकर रजिस्ट्री व विक्रय पत्रों पर साइन किये थे।

एक ही जमीन का कई बार सौदा

ऐसे ही दो मामले मार्च में रायपुर थाना क्षेत्र भी सामने आये थे, जिसमें आरोपी बाप-बेटे ने पहले जमीन किसी को बेच दी और उसके बाद उसी जमीन का एक हिस्सा किसी और को बेच दिया था। ठीक ऐसा ही दूसरा मामला क्लेमेंटाउन थाने में भी दर्ज किया गया था। जिसमें ओमवीर नाम के आरोपी ने पहले जमीन अजबपुर कला के रहने वाले सचिन को बेची और फिर किसी और को बेच दी थी।

Posted By: Inextlive