फिजा में घुली मिठास, भूखे प्यासे भी रहा उल्लास
-रमजान का पाक महीना शुरू होते ही मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में छाई खुशियां
-घरों में अकीदतमंदों ने अल्लाह की इबादत में खुशी-खुशी रखा पहला रोजा रमजान का पाक महीना शुरू होते ही मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में छाई खुशियां -घरों में अकीदतमंदों ने अल्लाह की इबादत में खुशी-खुशी रखा पहला रोजा ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: अल्लाह की रहमत पाने का पाक महीना शुरू होते ही मुस्लिम बाहुल्य इलाकों की फिजा में मिठास छा गई है। जहां देर रात तक शाहगंज, करेली, अटाला, दरियाबाद व नखासकोहना जैसे इलाकों में खजूर, सूतफेनी व लजीज शर्बतों की खरीदारी के लिए अकीदतमंदों की भीड़ जुटी रही। वहीं साढ़े पंद्रह घंटे से अधिक समय तक भूखे प्यासे रहकर रोजा रखने वाले भी खुशी-खुशी सिर्फ अल्लाह की इबादत करते दिखाई दिखे। रोजा के साथ बदल गई दिनचर्याअल्लाह की इबादत करना हर रोजेदारों का पहला मकसद होता है। इसीलिए दिनचर्या बदलने के बाद भी पहले रोजा के लिए रोजदार सहरी के समय उठ गए थे। सहरी के लिए घरों की महिलाओं ने छोला, चावल, गुलगुला, शर्बत व दूध से बना पकवान बनाने में जुट गई। भोर में फ्.फ्0 बजे सहरी करने के बाद महिलाओं से लेकर पुरुष और बड़े-बुजुर्ग भूखे प्यासे अल्लाह की इबादत में जुट गए। दिनभर कठिन तपस्या के बीच कुरान का पाठ किया गया। मस्जिदों में पांच वक्त की नमाज अदा की गई।
मार्केट में रही रमजान की रौनक पहले रोजे के साथ ही मुस्लिम बाहुल्य इलाकों की मार्केट में रौनक छा गई। शाम की इफ्तारी के लिए महिलाओं ने खजूर, चना, सूतफेनी, मेवा, बालूशाही व शीतल पदार्थ की जमकर खरीदारी की।