एमडीए टीम की कारगुजारी, निर्माण रोकने के बजाए करने लगे नापजोख

शिकायतकर्ता और पड़ोसियों ने रुकवाया अवैध-निर्माण, वीसी से की शिकायत

>Meerut। कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार के आदेश को दरकिनार कर अवैध निर्माण को रोकने के बजाय बुधवार को एमडीए की टीम मौका मुआयना के दौराना खानापूर्ति कर चली आई। मेरठ के पॉश वेस्टर्न कचहरी रोड पर मंगलवार को शिकायत पर कमिश्नर ने एमडीए वीसी साहब सिंह को अवैध निर्माण पर रोक लगाने के आदेश दिए थे। कमिश्नर के आदेश पर वीसी ने टीम को गठित की किंतु वो टीम अवैध निर्माण के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई पर टालमटोल करती रही तब जाकर शिकायतकर्ताओं ने विरोध कर निर्माण पर राेक लगाई।

कमिश्नर से की शिकायत

शिकायतकर्ता एसके मलिक ने मंगलवार कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार से शिकायत की कि शहर के अति विशिष्ट और बेशकीमती इलाकों में प्राधिकरण के अफसरों की शह से अवैध-निर्माण फल-फूल रहा है। शिकायत को संज्ञान में लेकर कमिश्नर ने एमडीए वीसी साहब सिंह को प्रशासनिक अधिकारी को शामिल करते हुए एक जांच कमेटी बनाने के आदेश्ा दिए थे।

खानापूर्ति कर लौटी टीम

कमिश्नर के आदेश के बाद वीसी ने तहसीलदार मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में एक 4 सदस्यीय टीम गठित कर दी। बुधवार को अवैध-निर्माण जारी रखने पर एक बार फिर शिकायतकर्ता ने एमडीए वीसी से शिकायत की तो टीम ने मौका मुआयना किया। आरोप है कि टीम अवैध-निर्माण रुकवाने के बजाए खानापूर्ति कर चलती बनी।

टीम में जोनल प्रभारी भी

मनाही के बावजूद टीम में संबंधित जोन के जोनल प्रभारी भी शामिल थे, जबकि कमिश्नर ने कहा था कि अन्य जोन के अधिकारी को जांच में शामिल न किया जाए। एमडीए टीम के रवैये के बाद शिकायतकर्ता के साथ आसपास के निवासियों ने ही दोपहर 3 बजे अवैध- निर्माण को विरोध प्रदर्शन कर रुकवाया।

पांच सवाल

1. पूर्व में ध्वस्तीकरण आदेश को दरकिनार कर दोबारा किस तरह से पास किया नक्शा?

2. जांच के लिए गई टीम ने क्यों बंद नहीं कराया निमार्ण कार्य?

3. कमिश्नर के निर्देश के बाद भी जांच टीम में कोई प्रशासनिक अधिकारी क्यों नहीं था?

4. जांच अधिकारी की गैर-मौजूदगी में संबंधित जोन के प्रभारी मौके पर क्यों गए थे?

5. कमिश्नर के लगातार निर्देशों को क्यों टाल रहे प्राधिकरण के अधिकारी?

दोबारा शिकायत के बाद 4 सदस्यीय टीम को जांच के लिए भेजा गया है। टीम ने निर्माण नहीं रुकवाया इसकी जानकारी नहीं है। पूछताछ के बाद आगे की कार्यवाही को अमल में लाया जाएगा।

साहब सिंह, उपाध्यक्ष, एमडीए

एमडीए को निर्माण कार्य रुकवाने और जांच कर अग्रिम कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। यदि जांच टीम द्वारा निर्माण कार्य नहीं रुकवाया गया तो जबाव-तलब होगा।

डॉ। प्रभात कुमार, कमिश्नर, मेरठ मंडल

Posted By: Inextlive