त्रिपुरा में सेना के दो दस्ते तैनात किए गए हैं जबकि नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर वहां की स्थिति के मद्देनजर असम में दो दस्ते स्टैंडबाय पर हैं। वहीं असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल गुवाहाटी में हवाई अड्डे पर घंटों तक फंसे रहे क्योंकि हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन किया।


गुवाहाटी(आईएएनएस)। असम में इस वक्त हालत बेहद खराब हैं। नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर वहां भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। भारतीय सेना ने बताया कि वहां की स्थिति को देखते हुए त्रिपुरा में सेना के दो दस्ते तैनात किए गए हैं जबकि असम में दो दस्ते स्टैंडबाय पर हैं, जरुरत पड़ने पर उन्हें तुरंत तैनात कर दिया जाएगा। एक दस्ते को सामान्य क्षेत्र कंचनपुर में तैनात किया गया है जबकि दूसरे को मनु में तैनात किया गया है। तीसरे दस्ते को असम के बोंगईगांव में स्टैंडबाय पर रखा गया है और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तैनात किया जाएगा। इसके अलावा,स्थिति से निपटने के लिए असम के डिब्रूगढ़ में एक और दस्ता स्टैंडबाय पर है। एक दस्ते में सभी रैंकों के लगभग 70 कर्मी हैं। फील्ड कमांडर और आर्मी हेडक्वॉर्टर स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।प्रदर्शन के चलते एयरपोर्ट पर फंसे रहे सीएम
वहीं, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल गुवाहाटी हवाई अड्डे पर घंटों तक फंसे रहे क्योंकि हजारों प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन किया। तेजपुर से राज्य की राजधानी में पहुंचे सोनोवाल, लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के वीआईपी लाउंज में फंसे हुए थे क्योंकि भारी विरोध के कारण उनका काफिला बाहर नहीं जा सका था। केंद्र और राज्य सरकारों के खिलाफ नारे लगाते हुए, प्रदर्शनकारी विवादास्पद बिल को बिना शर्त वापस लेने की मांग कर रहे थे। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद के ऊपरी सदन में कानून बनाए जाने के एक दिन बाद शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। Live Citizenship Amendment Bill in Rajya Sabha : राज्यसभा में बिल पर जवाब दे रहे हैं गृह मंत्री अमित शाहप्रदर्शनकारियों ने जलाए टायरप्रदर्शनकारियों ने राज्य सचिवालय की ओर मार्च करने और सड़कों पर टायर जलाए जाने की कोशिश की, जिससे एक अस्थिर स्थिति पैदा हो गई। पुलिस ने स्थिति से निपटने के लिए रबर की गोलियां चलाकर और अश्रु गैस के गोले दागकर प्रदर्शन को नियंत्रित करने की कोशिश की। स्थिति को नियंत्रित करने में मदद के लिए असम में अर्धसैनिक बलों की कम से कम दस कंपनियां तैनात की गई हैं।

Posted By: Mukul Kumar