गरीब लोगों के लिए 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज के लिए शुरू की गई मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है.

- सतीश महाना और परिजनों का नाम योजना के लाभार्थियों में शामिल, मंत्री ने डीएम को कार्रवाई के लिए लिखा पत्र

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KANPUR: गरीब लोगों के लिए 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज के लिए शुरू की गई मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। ये फर्जीवाड़ा खुद कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने पकड़ा। क्योंकि उनका और परिजनों का नाम भी आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों में शामिल हो गया है। मामले की जानकारी मिलते ही महाना ने पत्र लिख कर डीएम से मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना व उनके परिवार का नाम लाभार्थियों की सूची में कैसे आया इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर जांच शुरू कर दी गई है। मालूम हो कि इससे पहले भी लाभार्थियों की सूची में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई थी और कई बड़े लोगों के नाम लाभार्थियों की सूची में मौजूद थे।

लाभार्थी चयन में फर्जीवाड़ा?
आयुष्मान भारत योजना के तहत कानपुर जिले में 2 लाख परिवारों को 5 लाख रुपए के हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ मिला है। हांलाकि लाभार्थियों का चयन 2011 की बीपीएल कार्डधारियों की सूची के मुताबिक किया गया। जब यह लिस्ट सामने आई तभी से इसमें कई गड़बडि़यां मिल चुकी हैं। लिस्ट में कई अपात्रों के भी नाम लाभार्थियों के रूप में दर्ज थे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8 हजार के करीब नए लाभार्थी जोड़ने की बात भी कही गई। कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने खुद इसकी शिकायत डीएम विजय विश्वास पंत से की। साथ ही खुद का व परिवार के सदस्यो का नाम लाभार्थियों की सूची से हटाने के लिए कहा है। साथ ही सूची में उनका नाम कैसे आया इसकी जांच कराने के निर्देश भी ि1दए हैं।

कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने मामले की जानकारी दी है। जांच के निर्देश सीएमओ को दे दिए हैं। लाभार्थियों की सूची में उनका नाम कैसे और क्यों आया इसकी पड़ताल कर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई होगी।

- विजय विश्वास पंत, डीएम कानपुर नगर

Posted By: Inextlive