- केबल आपरेटर की मनमानी से परेशान हैं दर्शक

- कहीं कनेक्शन बंद है तो कहीं चैनल हो गए हैं ब्लॉक

- क्रिकेट व‌र्ल्ड कप है सिर पर, उपभोक्ताओं में मची है खलबली

ALLAHABAD: केबल ऑपरेटर जितना पैसा मांग रहे हैं, पब्लिक पेमेंट कर रही है। कनेक्शन लगवाया है तो एवज में 24 घंटे एंटरटेनमेंट की गारंटी भी केबल नेटवर्क की है। फिर भी ऐसा नहीं हो रहा है। पिछले कई महीनों से शहर के कई इलाकों में केबल सर्विस तेजी से धड़ाम होती जा रही है। कहीं बिना सूचना चैनल बंद कर दिए जाते हैं तो कहीं कई दिनों तक कनेक्शन ही गायब हो जाता है। सवाल यह है कि केबल ऑपरेटर्स की इस मनमानी का खामियाजा आखिर पब्लिक क्यों भुगते?

फिर बंद हो गए हजारों कनेक्शन

पिछले एक महीने में डेन नेटवर्क के हजारों केबल कनेक्शन दो बार बंद हो चुके हैं। पहले 23 जनवरी और अब तीन फरवरी को हर बार 11-11 हजार से अधिक कनेक्शन बिना सूचना काट दिए गए। जिससे शहर में हाहाकार मच गया है। पब्लिक बार-बार फोन करके केबल ऑपरेटर्स से पूछताछ कर रही है लेकिन सही जवाब नहीं मिल रहा है। एमएसओ (मल्टी सिस्टम ऑपरेटरर) और केबल ऑपरेटर्स के बीच की इस लड़ाई में हर बार पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। इस परेशानी का हाल फिलहाल मनोरंजन विभाग के पास भी नहीं है।

जबरन बंद कर दिए स्पो‌र्ट्स व मूवी चैनल

शहर के एक अन्य बड़े केबल नेटवर्क हैथवे की मनमानी से भी उपभोक्ता परेशान हो चुके हैं। लोगों के यहां कनेक्शन तो है लेकिन कई महत्वपूर्ण स्पो‌र्ट्स और मूवी चैनल बंद कर दिए गए हैं। जिनमें स्टार स्पो‌र्ट्स, स्टार मूवीज, जी प्रीमियर, जी पिक्चर, जी एक्शन सहित कई चैनल शामिल हैं। दर्शक इन्हें चालू कराने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं लेकिन केबल ऑपरेटर्स सुनने को तैयार नहीं हैं। वह सारा दोष हैथवे के माथे मढ़ रहे हैं। यहां भी निर्दोष पब्लिक ही पिस रही है।

क्यों मची है मारामारी

शहर में जबसे केबल डिजिटलाइजेशन शुरू हुआ है तभी से ये परेशानियां खड़ी हुई हैं। शहर में चार बड़े केबल नेटवर्क हैथवे, डेन, सिटी केबल और स्काई नेट हैं। इनमें से पहली तीन मल्टी नेशनल कंपनियां हैं। कंपनियों के लोकल फ्रेंचाइजी संचालकों का कहना है कि कंपनियों ने विभिन्न चैनल्स के रेट बढ़ा दिए हैं जिससे उन पर दबाव बढ़ गया है। इसकी वसूली उन्हें ऑपरेटर्स से करनी पड़ रही है। उधर ऑपरेटर्स के मुताबिक जबरन उन पर बोझ लादा जा रहा है। यूपी में पैकेज लागू नहीं है फिर भी उनसे प्रति कनेक्शन 90 से क्क्0 रुपए लिए जा रहे हैं। ऐसे में टैक्स और वसूली के नाम पर उनके कनेक्शन बिना पूर्व सूचना और नोटिस के बार-बार बंद कर दिए जाते हैं। ऑपरेटर्स पर जबरन ख्0क्फ् का बकाया दिखाया जा रहा है। इसी की आड़ में पॉपुलर टीवी चैनल्स का प्रसारण भी रोक दिया गया है, जिससे बेवजह पब्लिक परेशान हो रही है।

सेवा प्रदाता के खिलाफ करिए फोरम में शिकायत

चिंता करने की जरूरत नहीं है। अगर आपका केबल सेवा प्रदाता हर महीने पैसे लेने के बावजूद प्रॉपरली सर्विस नहीं दे रहा है तो उसके खिलाफ उपभोक्ता फोरम में शिकायत की जा सकती है। बशर्ते आपको अपने केबल नेटवर्क से हर महीने पेमेंट की पक्की रसीद लेनी होगी। फोरम में शिकायत करने के बाद केबल नेटवर्क कंपनी को सजा के तौर पर भारी-भरकम फाइन भरना होगा। इतना ही नहीं, बिना पूर्व सूचना के केबल कनेक्शन बंद करने या चैनल का प्रसारण रोकने पर मनोरंजन विभाग में लिखित शिकायत की जा सकती है। अधिकारियों को इस शिकायत पर तत्काल एक्शन लेना होगा।

सब है घालमेल

बता दें कि केबल कनेक्शन को लेकर मचे हाहाकार के पीछे सीधे तौर पर चैनल्स के रेट और टैक्स मेन कारण हैं। हैथवे, डेन जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों ने प्रति चैनल रेट फिक्स करने की कोई पॉलिसी तय नहीं की है। इनकी ओर से बिना बताए रेट बढ़ाए जाने से दिक्कतें पैदा हो रही हैं। उधर, केबल माफिया भी उनकी इस अनफेयर पॉलिसी का पूरा लाभ उठा रहे हैं। उनकी टैक्स चोरी के चलते मनोरंजन विभाग की नकेल छोटे ऑपरेटर्स पर कस रही है। इस पूरे मकड़जाल से नुकसान आम जनता का हो रहा है।

डेन नेटवर्क के ऑपरेटर्स की शिकायत पर लोकल फ्रेंचाइजी ओनर को बंद किए गए कनेक्शन तत्काल चालू करने को कहा गया है। नियमानुसार अगर चैनल या कनेक्शन बंद करना है तो पहले ऑपरेटर को लिखित नोटिस देकर सूचित करना होगा। पिछले बकाए की डिटेल भी देनी होगी।

आरके सिंह, सहायक मनोरंजन कर अधिकारी, इलाहाबाद

उपभोक्ताओं को परेशान नहीं होना चाहिए। ऑपरेटर से पक्की रसीद लेकर फोरम में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। साथ ही मनोरंजन कर विभाग में भी कनेक्शन या चैनल बंद होने की कम्प्लेन दर्ज कराई जा सकती है।

एमए अंसारी, प्रेसीडेंट, जिला उपभोक्ता बार एसोसिएशन

Posted By: Inextlive