- मल्टी नेशनल कंपनियों और केबल ऑपरेटर्स की लड़ाई में पब्लिक को हो सकता है नुकसान

- हर महीने चुकानी पड़ सकती है महंगी फीस

मल्टी नेशनल कंपनियों और केबल ऑपरेटर्स की लड़ाई में पब्लिक को हो सकता है नुकसान

- हर महीने चुकानी पड़ सकती है महंगी फीस

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: सिस्टम ने हस्तक्षेप नहीं किया तो आने वाले समय में आम जनता का मनोरंजन महंगा पड़ सकता है। मल्टी नेशनल कंपनियों और केबल ऑपरेटर्स की आपसी उठा-पटक इसी ओर इशारा कर रही है। वैसे भी कनेक्शन बंद होने और चैनल्स का प्रसारण रोक देने से केबिल टीवी नेटवर्क लंबे समय से बाधित चल रहा है। इस आपसी लड़ाई का असर भी दिखने लगा है। शहर के कई हिस्सों में ऑपरेटर्स ने बढ़ी हुई मंथली फीस की वसूली अभी से शुरू कर दी है।

निकल नहीं रहा है हल, मचा हुआ है घमासान

शहर में जब से केबल टीवी का डिजिटलाइजेशन शुरू हुआ है। मल्टी नेशनल कंपनियों और ऑपरेटर्स के बीच घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। डेन और हैथवे जैसी मल्टी नेशनल कंपनियों की मनमानी जारी है। केबल ऑपरेटर्स से वह स्पो‌र्ट्स और मूवी चैनल्स के बदले में बढ़ा हुए शुल्क की लगातार मांग कर रही हैं। जैसे-जैसे क्रिकेट व‌र्ल्ड कप नजदीक आ रहा है, यह लड़ाई तेज होती जा रही है। इसी के चलते शहर में हजारों कनेक्शन आए दिन बंद कर दिए जा रहे हैं।

तीस से पचास रुपए तक बढ़ सकते हैं चार्ज

कंपनियों का कहना है कि स्पो‌र्ट्स और मूवी चैनल की एवज में पब्लिक से प्रति कनेक्शन तीस से पचास रुपए एक्स्ट्रा वसूले जाएं। केबल ऑपरेटर्स उनकी इस मांग को लेकर राजी नहीं हैं। उनका कहना है कि पहले ही पब्लिक से सौ की जगह प्रति माह डेढ़ सौ रुपए वसूला जा रहा है। इसमें अतिरिक्त एमाउंट बढ़ा दिए जाने से दिक्कत हो सकती है। बावजूद इसके बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दिनों डेन नेटवर्क ने अपने ऑपरेटर्स के क्क् हजार से अधिक चैनल बंद कर अपने इरादे जता दिए थे। वहीं, हैथवे की ओर से अभी भी स्पो‌र्ट्स और मूवीज चैनल चालू नहीं किए गए हैं। जबकि, व‌र्ल्ड कप सिर पर है। क्भ् फरवरी को इंडिया-पाकिस्तान के बीच महत्वपूर्ण मैच पर सभी की नजर है।

दिखने लगा है असर

आपसी लड़ाई का असर शहर के कई हिस्सों में दिखने लगा है। केबल ऑपरेटर्स ने पब्लिक से बीस से तीस रुपए बढ़ाकर वसूली शुरू कर दी है। उनका कहना है कि स्पो‌र्ट्स चैनल के पैकेज के लिए अलग से तीस रुपए जमा करने पड़ रहे हैं। सोर्सेज का कहना है कि यूपी में अभी पैकेज सिस्टम लागू नहीं हुआ है। बावजूद इसके स्पो‌र्ट्स और मूवी चैनल के नाम पर अलग से शुल्क की वसूली केवल मल्टी नेशनल कंपनियों की मनमानी का नतीजा है। मनोरंजन कर विभाग ने इस मामले में हस्तक्षेप नहीं किया तो आने वाले समय में पब्लिक की जेब ढीली हो सकती है।

क्या करें, पहले हो चुकी है सेटिंग

इस मनमानी से बचने के लिए केबिल ऑपरेटर्स चाहें भी तो अपने को नहीं बचा सकते हैं। पहले ही कंपनियों के बीच करार हो चुका है। इसके तहत ऑपरेटर खुद को दूसरे नेटवर्क से अपनी मर्जी से जुड़ नहीं सकते। ऐसा करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। कुल मिलाकर इस घमासान का कहर पब्लिक पर ही टूटेगा। जानकारी के मुताबिक शहर में क्.ख्भ् लाख केबल कनेक्शन हैं। वहीं 80 हजार डीटीएच कनेक्शन हैं।

Posted By: Inextlive