बीबीसी को ज्ञात हुआ है कि फ़ोन हैकिंग मामले में गिरफ़्तार रूपर्ट मर्डोक के अख़बार न्यूज ऑफ़ दे वर्ल्ड के संपादक एंडी कॉलसन को उनकी पूर्व संस्था तब भी तनख़्वाह देती रही जब वो डेविड कैमरन के लिए काम कर रहे थे.

डेविड कैमरन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हैं। कॉल्सन को कंज़रवेटिव पार्टी ने जुलाई 2007 में दो लाख पचहत्तर हज़ार डालर की तनख़्वाह पर रखा था। क़ॉल्सन को न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड पर फोन हैकिंग के आरोप लगने के बाद त्यागपत्र देना पड़ा था। रूपर्ट मर्डोक की संस्था न्यूज़ इंटरनेशनल ने उन्हें पद छोड़ने के बाद हज़ारों डालर का मुआवज़ा दिया था।

प्रधानमंत्री से सवाल
इसके बाद वो तत्कालीन नेता विपक्ष और कंज़रवेटिव लीडर डेविड कैमरन के लिए काम करने लगे। कॉल्सन ने जनवरी में डेविड कैमरन के साथ ये कहते हुए काम छोड़ दिया कि फ़ोन हैकिंग मामले की वजह से काम पर पूरी तरह से ध्यान नहीं दे पा रहे हैं कंज़रवेटिव दल ने कहा कि उन्हें कॉलसन के मुआवज़े की शर्तों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

एंडी कॉलसन ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। लेबर नेता टॉम वाटसन ने बीबीसी से कहा कि वो चुनाव आयोग को लिखकर कहेंगे कि देखा जाए कि ब्रिटिश क़ानून के अनुसार कुछ ग़लत हुआ है या नहीं। पार्टी का कहना है कि कैमरन को बहुत सारे सवालों के जवाब देने होंगे। लेबर पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री को साफ़ करना चाहिए कि क्या ये आरोप सही हैं।

Posted By: Inextlive