कंबोडियाई पीएम हुन सेन ने साफ़ कर दिया है कि उनके देश में चीन का मिलिट्री बेस नहीं बनेगा। बता दें कि कंबोडिया और चीन के बीच बहुत गहरी दोस्ती है।


नोम पेन्ह (एएफपी)। कंबोडियाई पीएम हुन सेन ने सोमवार को अमेरिकी चिंताओं को दूर करते हुए कहा कि कंबोडिया की धरती पर चीन का नौसैनिक अड्डा नहीं बनेगा। बता दें कि चीन और कंबोडिया के बीच काफी गहरी दोस्ती है और चीन ने कंबोडिया के विकास में हर तरह से मदद की है, इसलिए हुन सेन का यह बयान बेहद अहम माना जा रहा है। हुन सेन ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मुझे अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस का पत्र मिला है। इसमें उन्होंने कंबोडिया में चीन का नौसैनिक अड्डा बनाए जाने को लेकर चिंता जाहिर की है। मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि कंबोडिया की धरती पर चीन का किसी भी तरह का सैन्य अड्डा नहीं बनेगा। हमारा संविधान इसकी इजाजत नहीं देता।'दक्षिण चीन सागर पर हक जमाता है चीन
गौरतलब है कि व्यापारिक लिहाज से दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते प्रभाव को देखकर अमेरिका बहुत चिंतित है। दक्षिण चीन सागर के बड़े हिस्से पर चीन अपना हक जताता है और इस क्षेत्र का धीरे-धीरे सैन्यीकरण कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  दक्षिण चीन सागर में वह अपना कई कृत्रिम द्वीप बना चुका है और उन पर सैन्यीकरण के साथ हथियारों की भी तैनाती भी कर चुका है, जिसको लेकर अमेरिका ने कई बार चीन को फटकारा है। दक्षिण चीन सागर पर चीन के अलावा फिलीपींस, वियतनाम और ताइवान समेत कई अन्य देश भी अपना दावा करते हैं। कई बार चीन के साथ इन देशों का विवाद हो चुका है।

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Posted By: Mukul Kumar