हजरत बाबा मुनव्वर अली शाह बाबा की मजार पर लगाया गया शिविर

PRAYAGRAJ: अंधविश्वास से बचना जरूरी है। बीमारी के ठीक होने के लिए दुआ के साथ दवा भी जरूरी है। यह बात मनोचिकित्सक डॉ। राकेश पासवान ने कही। वह हिम्मतगंज स्थित हजरत बाबा मुनव्वर अली शाह रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर आयोजित दुआ से दवा तक कार्यक्रम में बोल रहे थे। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत लगे कैंप में लोगों को भूतप्रेत, जिन्न और जादू टोने के प्रति जागरुक किया।

हॉस्पिटल में इलाज कराने की हिदायत

कैंप में लोगों को मानसिक रोगों के लक्षणों के बारे में बताया गया। डॉ। इशन्या राज ने कहा कि अगर शुरुआती लक्षणों के आधार पर इलाज किया जाए तो मरीजों को आसानी से ठीक किया जा सकता है। अक्सर देखने में आता है कि मजार, मंदिरों और मस्जिदों में लोगों की मानसिक बीमारी का इलाज झाड़ फूक सहित अमानवीय तरीके से किया जाता है। डॉ। पासवान ने लक्षणों के आधार पर लोगों को काल्विन हॉस्पिटल में आकर इलाज कराने की सलाह दी। इस मौके पर हिम्मतगंज मजार के प्रबंधक सैय्यद काजी फैजानल्लाह ने लोगों को दुआ के साथ दवा का महत्व बताया। कार्यक्रम का संचालन माशूक खान ने किया। हाफिज गुलाम रब्बानी ने लोगों को मानसिक रोग के लक्षणों के बारे में बताया। मौके पर संजय तिवारी, शैलेष कुमार, जयशंकर पटेल, शिव व‌र्द्धन सोनी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। लोगों को आईईसी मटेरियल और फलाहार वितरित किया गया।

Posted By: Inextlive