इराक़ी शहर मूसल के पास शुक्रवार को इस्लामिक स्टेट आईएस के काफिले पर अमरीका के नेतृत्व वाले सुरक्षा बलों ने हवाई हमला किया.


हमले के बाद मीडिया में आईएस प्रमुख अबू-बकर अल बग़दादी के मारे जाने या जख्मी होने की अफवाह फैल गई.इस मुद्दे पर आईएस सूत्रों की चुप्पी इस बात का सबूत हो सकती है कि बग़दादी को कुछ हुआ है.आईएस की चुप्पीइस साल के शुरू में एक हवाई हमले में समूह के प्रवक्ता अबू मोहम्मद अल अदनानी के मारे जाने की अफवाह फैली थी. आईएस ने इसकी न तो पुष्टि की थी और न खंडन किया था. यह ख़बर बाद में अफवाह साबित हुई थी.बग़दादी ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक़ (आईएसआई) को अप्रैल 2013 में नया नाम इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक़ एंड लीवैंट (आईएसआईएस) दिया था.आईएसआईएस का एक तरह से ये कहना था किइराक़ और सीरिया में इस्लामी देश की मौजूदगी एक संयोग की बात थी और भविष्य में तो उसका विस्तार होना ही था.


आईएस की एक देश और ख़िलाफ़त की घोषणा बग़दादी के व्यक्तित्व से बहुत नज़दीक से जुड़ी है, जो पहले ख़ुद को ऑडियो संदेशों के पीछे छिपाए रहते थे.आईएस के इस उठान को बग़दादी के व्यक्तित्व से जोड़ा जाता है.

ख़िलाफ़त की घोषणा को वैधता देने वाले शूरा काउंसिल के सदस्यों जैसे आईएस के अन्य वरिष्ठ सदस्य आम लोगों के लिए अब भी एक पहेली से ही बने हुए हैं.आईएस के प्रवक्ता अदनानी और उमर शिशानी और शाकिर अबू वहीब जैसे फ़ील्ड कमांडरों को बग़दादी के संभावित उत्तराधिकारियों के रूप में पेश किया जा रहा है.बग़दादी की मौत की स्थिति में उनके उत्तराधिकारी के नाम पर आईएस में तुरंत आम राय नहीं बनने की सूरत में बहुत अव्यवस्था फैल सकती है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh