- 31 मार्च से प्रदेश में रेगुलेटरी सरचार्ज प्रथम समाप्त

-सरचार्ज समाप्त होने से अप्रैल माह से बिल में आएगी कमी

- 2014 में ही आयोग ने 31 मार्च तक लागू रहने की कही थी बात

LUCKNOW: बिजली उपभोक्ताओं पर लग रहा रेगुलेटरी सरचार्ज प्रथम 31 मार्च से समाप्त हो गया है। इससे अप्रैल माह से उपभोक्ताओं के बिल में कमी आएगी। वर्तमान में उपभोक्ताओं पर दो प्रकार के रेगुलेटरी सरचार्ज लग रहे हैं जिनमें से एक समाप्त होने पर अब उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। इससे प्रदेश के एक करोड़ 95 लाख बिजली उपभोक्ताओं को फायदा होगा।

आयोग ने दिया था आदेश

प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर वर्तमान में प्रथम रेग्यूलेटरी सरचार्ज जो पहले 3.71 प्रतिशत था। वर्तमान में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में 1.14 प्रतिशत है, मध्यांचल में .73, पश्चिमांचल में 2.84 परसेंट ही है। यह 31 मार्च से समाप्त हो चुका ह। उपभोक्ता परिषद की ओर से नियामक आयोग में दाखिल याचिका पर आयोग ने 31 मार्च 2016 तक ही लागू रहने के आदेश दिए थे। जिससे प्रदेश के उपभोक्ताओं को इससे निजात मिल गई। आज उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने इसके सम्बन्घ में नियामक आयोग सोमवार को उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने देश दीपक वर्मा को जनहित प्रत्यावेदन सौंपते हुए रेगुलेटरी सरचार्ज प्रथम समाप्त होने के निर्देश सभी बिजली कंपनियों को भेजने की मांग की। इससे अप्रैल माह से प्रदेश के लगभग एक करोड़ 95 लाख बिजली उपभोक्ताओं के बिल में कमी आएगी। इस पर आयोग अध्यक्ष जल्द ही बिजली कंपनियों को निर्देश देने का आश्वासन दिया है।

Posted By: Inextlive