180 दिनों यानी अप्रैल से सितंबर के बीच फूड विभाग ने भेजे सैंपल

300 सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए थे खाद्य पदार्थ के

117 सैंपल जांच में पाए गए फेल

93 सैंपल सब स्टैंडर्ड पाए गए

15 सैंपल जांच में अनसेफ पाए गए

9 सैंपल पूरी तरह से मानकों के विपरीत मिले

720 सैंपल विभाग ने कलेक्ट किए थे इससे पहले

358 सैंपल जांच रिपोर्ट में फेल पाए गए हैं।

230 सैंपल सब-स्टैंडर्ड पाए गए

40 सैंपल मिस ब्रांड थे।

60 सैंपल जांच में अनसेफ

28 सैंपलों में नियमों का उल्लंघन किया गया था।

खतरनाक रंग मिलाकर खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं मिलावटखोर, जांच रिपोर्ट में खुलासा

फूड आइटम्स में खतरनाक केमिकल मेटानिल और सूडान का खुलेआम प्रयोग

Meerut। स्वाद के बढ़ते बाजार को देखते हुए मिलावटखोरों ने भी अब मिलावट के पैंतरे बदल दिए हैं। ग्राहकों को रिझाने के लिए फूड आइट्म्स में मेटानिल और सूडान जैसे खतरनाक केमिकल कलर्स का प्रयोग खुलेआम किया जा रहा है। ये कलर्स कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी बांट रहे हैं। खाद्य पदार्थो में मिलावट के इस खेल का खुलासा फूड विभाग की ओर से सैंपल टेस्ट की रिपोर्ट में हुआ है।

लाल मिर्च में सूडान

विभाग की ओर से जारी जांच रिपोर्ट के मुताबिक लाल मिर्च के नमूनों में भारी मात्रा में सूडान कलर की मिलावट मिली है, जबकि लड्ड्ओं में मेटानिल येलो कलर पाया गया है। इन कलर्स का प्रयोग खाद्य पदार्थो को चटक और चमकदार बनाने के लिए किया जाता है। यही नहीं विभाग को कई कॉलेजों की कैंटीन में बिक रही ग्रीन चिल्ली और टोमेटो सॉस में भी इन खतरनाक रंगों की मिलावट मिली हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक सूडान रंग और मेटानिल केमिकल कलर से कैंसर और स्किन रोग का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। वहीं इन रंगों से पेट, लीवर, किडनी के गंभीर रोग होने की आशंका भी कई गुना बढ़ जाती है।

पिछले कुछ वर्षो में कैंसर के मरीज तेजी से सामने आ रहे हैं। इसका एक मुख्य कारण खाने में खतरनाक मिलावटी तत्वों का प्रयोग किया जाना है। मेटानिल येलो रंग का प्रयोग इंडस्ट्रीज में किया जाता है। यह शरीर में जम जाता है और इससे कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

डॉ। सचिन तोमर, कैंसर स्पेशलिस्ट

रासायनिक रंगों के प्रयोग से सबसे ज्यादा खतरा लीवर और किडनी को होता है। मिठाइयों को कलरफुल बनाने के लिए इन रंगों का प्रयोग किया जाता है। जिन खाद्य पदार्थो में हानिकारक मिलावट तत्व मिले हैं, उनके विक्रेताओं पर एफआईआर दर्ज करवाई गई हैं। मामला कोर्ट में चलेगा।

अर्चना धीरान, डीओ, फूड विभाग

Posted By: Inextlive