- मामला डॉ। हेमंत वर्मा से एक करोड़ की रंगदारी मांगे जाने का

- बेतिया के योगापट्टी से दिनेश यादव को पुलिस ने किया गिरफ्तार

PATNA : बेतिया से जिला परिषद के कैंडिडेट को फंसाने के लिए पटना के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ। हेमंत वर्मा से एक करोड़ की रंगदारी की डिमांड की गई थी। गुरुवार को ये खुलासा किया है पटना पुलिस ने। पुलिस ने डॉक्टर से एक करोड़ की रंगदारी की डिमांड करने वाले दिनेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया दिनेश बेतिया के योगापट्टी का रहने वाला है। मामला सामने आने के महज ख्ब् घंटे के अंदर पटना पुलिस की टीम ने खुलासा करते हुए अपराधी को भी पकड़ा है। पुलिस की इस कार्रवाई से डर के साये में रह रहे डॉ। हेमंत वर्मा व उनकी फैमिली ने राहत की सांस ली है।

इस तरह हुआ खुलासा

बुधवार को कंकड़बाग थाने में डा। हेमंत की कंप्लेन दर्ज होने के बाद एसएसपी मनु महाराज खुद हरकत में आए। सिटी एसपी ईस्ट धूरत शायली की अगुआई में स्पेशल टीम बनाई। जिस नंबर से कॉल आया था। उसे अच्छे से खंगाला गया। साइबर सेल की मदद ली गई। इसमें पता चला कि रंगदारी की डिमांड जिस मोबाइल नंबर से की गई थी वो बेतिया के अवलेश के नाम से है। रातों-रात पुलिस ने बेतिया में छापेमारी की। अवलेश से पूछताछ हुई। फिर उस मोबाइल का टावर लोकेशन खंगाला गया, जो योगापट्टी में मिला। इसके बाद घर में छीपे रमाकान्त यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि फर्जी डॉक्यूमेंट पर अवलेश के नाम से मोतिहारी से उसने सीमकार्ड खरीदा था।

अवलेश को फंसाने की वजह

वर्तमान पंचायत चुनाव में अवलेश बेतिया में जिला परिषद का कैंडिडेट है। इसी सीट पर रमाकांत की मां इलेक्शन लड़ रही हैं। अवलेश को रंगदारी के मामले में फंसा कर रमाकान्त जिला परिषद का इलेक्शन अपनी मां को जिताना चाहता था।

ब्-भ् डॉक्टर्स को किया था कॉल

रंगदारी की डिमांड रमाकान्त ने सिर्फ डॉ। हेमंत वर्मा से ही नहीं की थी। बल्कि एक और चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ। एके ठाकुर को भी कॉल कर एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी। जिस समय डॉक्टर ठाकुर को कॉल किया गया, उस दौरान वो दुबई में थे। वहां से कॉल कर सीधे एसएसपी को उन्होंने कॉल कर इसकी जानकारी दी थी। रमाकान्त के मोबाइल से पुलिस ने ब्-भ् डॉक्टर्स के नंबर बरामद किए। रंगदारी की डिमांड सभी से की गई थी।

जेल में बंद दिनेश का था प्लान

अवलेश के पिता मो। गाजी आजेडी के नेता के साथ ही जिला पार्षद थे। रमाकान्त के चचेरे भाई दिनेश यादव ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में दिनेश और रमाकान्त जेल गए थे। रमाकान्त बेल पर जेल से बाहर है। जबकि, दिनेश अब भी जेल में है। हत्या के मामले में उस पर स्पीडी ट्रायल चल रहा है। रमाकान्त ने खुलासा किया कि ये सारा प्लान दिनेश का ही है।

मामला काफी गंभीर था। एक बड़े चैलेंज के रूप में पटना पुलिस ने इसे लिया था। महज ख्ब् घंटे में पुलिस ने रिजल्ट भी दिया। जेल में बंद दिनेश यादव को पटना पुलिस रिमांड पर लेगी।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना

Posted By: Inextlive