- गैप होने की कंडीशन में स्टूडेंट्स का मा‌र्क्स काट कर बनाई जाएगी मेरिट

- 2015 के पहले एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को मौका नहीं

- 5 अप्रैल से भरे जाने है यूनिवर्सिटी के एडमिशन फॉर्म

GORAKHPUR: गोरखपुर यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन कराने की चाह रखने वाले वह कैंडिडेट, जो गैप के बाद एडमिशन लेने जा रहे हैं, उनके लिए मेरिट लिस्ट में बेहतर पोजीशन भी एडमिशन की गारंटी नहीं है. क्वालिफाइंग एग्जाम के बाद अगर कैंडिडेट्स रुककर एडमिशन ले रहे हैं, तो उन्हें मुसीबत फेस करनी पड़ सकती है. यूनिवर्सिटी ने यह साफ किया है कि एडमिशन के दौरान तीन साल गैप के बाद एडमिशन लेने वाले कैंडिडेट्स को एंटरटेन नहीं किया जाएगा. वहीं एक साल के गैप पर 5 परसेंट, दो साल के गैप पर 7 परसेंट और तीन साल के गैप पर 10 परसेंट मा‌र्क्स की कटौती के बाद एडमिशन लिया जाएगा.

5 अप्रैल से भरे जाएंगे फॉर्म

इस बार यूनिवर्सिटी ने पोस्ट ग्रेजुएशन के ऑनलाइन एंट्रेंस कराने की तैयारी की है. यूजी क्लासेज में कॉमन एंट्रेंस एग्जाम के लिए फॉर्म भरने का सिलसिला 5 अप्रैल से शुरू होगा. 25 अप्रैल तक यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड कॉलेजेज में एडमिशन के लिए फॉर्म भरे जा सकेंगे. वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए 10 अप्रैल से 30 अप्रैल तक डेट फिक्स की गई है. एंट्रेंस एग्जाम जून के तीसरे वीक में होगा.

750 होगी एंट्रेंस फीस

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के कॉमन एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स के लिए फीस भी तय कर दी गई है. जनरल और ओबीसी कैंडिडेट्स को 750 रुपए जमा करने हैं, जबकि एससी-एसटी कैटेगरी के लिए 400 रुपए फीस तय की गई है. पीजी स्टूडेंट्स को 1500 और 750 रुपए अदा करने हैं. फॉर्म ऑनलाइन ही भरे जाएंगे और कैंडिडेट्स को फॉर्म कंप्लीट करने के बाद किसी तरह की हार्ड कॉपी यूनिवर्सिटी भेजने की जरूरत नहीं है.

एक बार भरना होगा फॉर्म

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के साथ ही एफिलिएटेड कॉलेजेज में एडमिशन के लिए अब तक स्टूडेंट्स को अलग-अलग फॉर्म भरना पड़ता था. इसके लिए उन्हें अलग-अलग पैसे भी खर्च करने पड़ते थे. कहीं न कहीं एडमिशन हो जाए, इसके लिए स्टूडेंट्स एक साथ कई कॉलेजेज के फॉर्म भरते थे, जिससे उनका साल वेस्ट न हो. यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने पिछले साल से ही कॉमन एंट्रेंस की व्यवस्था हुई है. गोरखपुर यूनिवर्सिटी लगातार दूसरे साल इसे कराने जा रही है. अब स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना हो या फिर एफिलिएटेड कॉलेज में, उन्हें सिर्फ एक फॉर्म भरना होगा और फॉर्म के लिए एक बार ही पैसे अदा करने होंगे.

बीएड की तर्ज पर काउंसिलिंग

यूनिवर्सिटी में होने वाली इस एडमिशन प्रॉसेस में स्टूडेंट्स फॉर्म भरने के बाद यूनिवर्सिटी की ओर से ऑर्गनाइज होने वाले एंट्रेंस में शामिल होगा. इसमें उनकी जो भी रैंक आएगी, उसके हिसाब से उन्हें काउंसिलिंग के लिए मौका मिलेगा. पहले काउंसिलिंग करने वाले स्टूडेंट्स मेरिट के अकॉर्डिग जो भी च्वायस लॉक करते हैं, उन्हें उस कॉलेज का एलॉटमेंट किया जाएगा. इससे एक तरफ जहां कॉलेज में सीट खत्म होने का डर खत्म हो जाएगा, वहीं स्टूडेंट्स को अपने मनचाहे कॉलेज में आसानी से एडमिशन मिल जाएगा. इतना ही नहीं जिन कॉलेजेज में एडमिशन के लिए लंबी लाइने लगती हैं, वहां टैलेंटेड स्टूडेंट्स को आसानी से एंट्री भी मिल जाएगी.

हाईलाइट्स -

यूजी फॉर्म भरने की शुरुआत - 5 अप्रैल से

यूजी फॉर्म भरने की लास्ट डेट - 25 अप्रैल

पीजी फॉर्म भरने की शुरुआत - 10 अप्रैल से

पीजी फॉर्म भरने की लास्ट डेट - 30 अप्रैल

वर्जन

तीन साल से ज्यादा गैपिंग की कंडीशन में स्टूडेंट्स को एडमिशन नहीं मिलेगा. वहीं अगर उनकी एक-दो या तीन साल गैपिंग है, तो इसके लिए अलग-अलग मा‌र्क्स काटकर एडमिशन दिया जाएगा.

- सुरेश चंद्र शर्मा, रजिस्ट्रार, गोरखपुर यूनिवर्सिटी

Posted By: Syed Saim Rauf