Meerut : आर्मी और कैंट बोर्ड ऑफिशियल गुरुवार और शुक्रवार को अवैध निर्माण अतिक्रमण और विकास के मुद्दों का लेखा-जोखा आर्मी कमांडर के सामने रखेंगे. साथ ही कैंट बोर्ड के बजट भी ब्यौरा भी सामने रखा जाएगा. इसके अलावा एसजीएम और 22बी का मामला भी सामने रखने की बात सामने आ सकती है. गौरतलब है कि अकेले मेरठ छावनी में लगभग 7800 अवैध निर्माण हैं और लगभग 18 एकड़ भूमि अतिक्रमण में चली गई है. फौज की भी काफी जमीनें अतिक्रमित हो चुकी हैं.


नहीं रुक रहे हैं अवैध निर्माण बार-बार के प्रयासों के बावजूद मेरठ छावनी अवैध निर्माण और अतिक्रमण रोकने में असफल साबित हुआ है, ऐसे में आर्मी कमांडर ले। जनरल राजन बख्शी की ओर से संबंधित पदाधिकारियों को फटकार लगनी तय मानी जा रही है। वैसे भी मेरठ कैंट के कारनामों के तमाम साक्ष्य जीओसी-इन-सी के सामने पहले से पहुंचते रहे हैं।इन पर भी होगी चर्चा इस बैठक में मेरठ छावनी की ओर से बहुचर्चित 22बी पर जल्द फैसला देने का आग्रह आर्मी कमांडर से किया जाएगा। ताकि इस अवैध निर्माण पर त्वरित कार्रवाई कर एक नजीर पेश की जा सके.इसके साथ ही एसजीएम गार्डेन के बंगले के रिज्यूम करने तथा फौजी सीमाओं की किलेबंदी तथा उससे उपजे विवाद को भी बैठक में प्रमुखता से रखा जाएगा।
'लैंड कांफ्रेंस में मुख्य रूप से अवैध निर्माणों और अतिक्रमण पर लगाम कसने संबंधी और इन दिशा में उठाए गए कदमों की समीक्षा होगी। हम मुख्य रूप से 22बी, 210बी और एसजीएम गार्डेन के प्रकरण को प्रमुखता से उठाएंगे.'- मेजर जनरल वीके यादव, जीओसी, वेस्ट यूपी सब एरिया हेडक्वार्टर '26 और 27 तारीख को लखनऊ में आर्मी कमांडर के साथ मीटिंग है। जहां अवैध निर्माण और अतिक्रमण को लेकर मीटिंग होगी। साथ अन्य मामलों पर चर्चा की जाएगी.'


- डॉ। डीएन यादव, सीईओ, कैंट बोर्ड

Posted By: Inextlive