- सिविल एरिया कमेटी में लिया गया बड़ा फैसला

- प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त के लिए पहले बोर्ड देगा एनओसी

- 2010 से कैंट में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री पर था पूरी तरह से बैन

Meerut : कैंट एरिया में रहने वालों के लिए राहत की खबर है। जल्द ही कैंट में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री शुरू हो जाएगी। सिविल एरिया कमेटी ने इस प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाते हुए कहा है कि अगर कोई अपनी प्रॉपर्टी को बेचना चाहता है तो उसे बोर्ड के सामने एप्लीकेशन रखनी होगी। नियमों के तहत जांच करने के बाद एनओसी जारी कर दी जाएगी। वर्ष 2010 से कैंट में प्रॉपर्टी पूरी तरह से बंद थी।

जीएलआर में दर्ज होना चाहिए नाम

कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि एनओसी के सबसे पहली शर्त ये है कि सबसे पहले पब्लिक की प्रॉपर्टी का रिकॉर्ड बोर्ड के जीएलआर में दर्ज होना चाहिए। उसके बाद ही उसकी एप्लीकेशन एक्सेप्ट किया जाएगा। उसके बाद आगे नियमों के तहत जांच की जाएगी। फीस जमा करने के बाद एनओसी दे दी जाएगी। नियम और फीस क्या होगी? इसे जल्द ही बोर्ड में रखकर पास कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि कैंट में जीएल आर में दर्ज प्रॉपर्टी की संख्या 4600 है, जबकि कैंट में कुल स्ट्रक्चर की संख्या 10,600 है।

सिर्फ स्ट्रक्चर पर मिलेगी एनओसी

सिविल एरिया कमेटी ने साफ कर दिया है कि एनओसी सिर्फ स्ट्रक्चर पर मिलेगी, लैंड पर नहीं। वहीं किराए और अन्य किसी अनुबंध के लिए एनओसी लेने की कोई जरुरत नहीं होगी। इससे पहले इस मुद्दे को सीएसी में कमेटी की उपाध्यक्ष बीना वाधवा, वार्ड-5 के मेंबर अनिल जैन, वार्ड-6 की मेंबर मंजू गोयल ने उठाया था। कानूनी अड़चन पर वार्ड-8 के मेंबर और पेशे से लॉयर विपिन सोढ़ी ने अपनी राय रखी थी।

हाईकोर्ट ने लगाई थी रोक

वर्ष 2010 में कैंट में रहने वाले एक व्यक्ति ने हाईकोर्ट ने रिट दायर की कि यहां अवैध तरीके से प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त हो रही है। इसके बाद हाईकोर्ट ने निबंधन विभाग के अधिकारियों के अलावा प्रॉपर्टी का खरीद-फरोख्त करने वालों को तलब कर लिया था। बाद में कोर्ट ने किसी भी प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त और रजिस्ट्री पर रोक लगा दी थी। इसके लिए पहले एनओसी लेनी होगी।

मैं अपने पहले टेन्योर में पब्लिक की इस परेशानी को समझ रही थी। कुछ नहीं हो सका। मुझे दूसरा मौका मिला और वीपी और सीएसी के चेयरमैन के तौर पर मैंने इस मुद्दे को उठाया ये पब्लिक के लिए बड़ी राहत है।

- बीना वाधवा, चेयरमेन, सिविल एरिया कमेटी, कैंट बोर्ड

पब्लिक के लिए काफी राहत की खबर है। काफी समय से लोग परेशान थे। रास्ता निकालना काफी जरूरी था। जल्द ही गाइडलाइंस जारी कर लोगों को एनओसी की सुविधा शुरू कर दी जाएगी।

- राजीव श्रीवास्तव, सीईओ, कैंट बोर्ड

Posted By: Inextlive