- आबूलेन चौकी की कुछ ही दूरी पर चलाया जा रहा था धंधा

- पुलिस की छापेमारी के पहले ही छात्र और कर्मचारी फरार

MEERUT: मेरठ शहर में नशे के धंधे ने इतनी गहरी जड़ें जमा ली हैं। कैंट स्थित शहर का सबसे पॉश बाजार आबूलेन स्थित रिपर्स रेस्टोरेंट में भी नशे का कारोबार चल रहा था। स्कूल कॉलेज के काफी संख्या में छात्र यहां पर आते थे। रेस्टोरेंट में हुक्काबार चलता था, जिसके माध्यम से ही छात्रों को नशा दिया जा रहा था। डीआईजी के आदेश पर सदर थाना पुलिस ने रेस्टोरेंट पर छापा मारा तो वहां पर अफरातफरी मच गई। पुलिस के पहुंचने से पहले ही रेस्टोरेंट के कर्मचारी और स्टूडेंट्स छत के रास्ते से फरार हो गए। पुलिस ने मौके से रेस्टोरेंट के मालिक और उसके एक नौकर को हिरासत में लिया है। काफी संख्या में शराब की बोतलें, हुक्का और नशे का पदार्थ जब्त किया है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि हुक्का के जरिए किस तरह का नशा दिया जाता था।

कराई गई जांच

सदर थानाक्षेत्र के आबूलेन बाजार स्थित राजमहल होटल के बगल में एक कॉम्पलेक्स है। उस कॉम्पलेक्स के दूसरे फ्लोर पर रिपर्स रेस्टोरेंट है, जिसमें हुक्का बार चलता था। पुलिस को सूचना मिली थी यहां पर काफी संख्या में छात्र आते हैं और उनको नशा दिया जाता है। डीआईजी आशुतोष कुमार ने सूचना मिलने पर टीम का गठन कर जांच कराई थी। डीआईजी ने सदर थाना को छापा मारने के निर्देश दिए। थाना के एसआई धर्मेद्र कुमार के निर्देशन में पुलिस टीम ने रेस्टोरेंट पर छापा मारा, जिससे वहां पर हड़कंप मच गया। पुलिस इससे पहले अच्छी तरह रेस्टोरेंट के अंदर प्रवेश करती, उससे पहले ही कर्मचारी और छात्र छत के रास्ते से भाग निकले।

रेस्टोरेंट मालिक हिरासत में

पुलिस टीम ने जब रेस्टोरेंट के अंदर प्रवेश किया तो वहां पर काफी संख्या में शराब की खाली बोतलें मिलीं। यही नहीं काफी संख्या में हुक्के रखे हुए थे और पैकेट में नशीला पदार्थ और कोल भी रखा था। पुलिस ने इन सभी सामानों को जब्त कर लिया। मौके से रेस्टोरेंट मालिक तुषार और सरधना निवासी एक कर्मचारी शाहवेज को हिरासत में लिया है। पुलिस की टीम पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। एसआई धर्मेद्र कुमार ने बताया कि जो पाउडर बरामद किया गया है उसे सूंघ कर और हुक्का में डालकर नशा किया जाता है। अब यह जांच का विषय है कि यह पदार्थ है किस तरह का।

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कहीं लीक तो नहीं हो गई छापेमारी

डीआईजी के आदेश पर पुलिस टीम ने छापेमारी की। डीआईजी ने दोपहर में छापे के निर्देश दिए थे, लेकिन छापेमारी काफी समय बाद की गई थी। पुलिस टीम के पहुंचने से पहले ही छात्र व कर्मचारी भाग निकले। इसका साफ मतलब है कि रेस्टोरेंट में छापेमारी की सूचना लीक कर दी गई थी। यही नहीं छापेमारी के समय आबूलेन चौकी इंचार्ज भी नहीं पहुंचे। रेस्टोरेंट और कॉम्पलेक्स में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। भागते हुए कर्मचारी और छात्रों का फुटेज कैद हो गया होगा। पुलिस सीसीटीवी के फुटेज भी खंगालेगी।

वर्जन

शिकायत मिलने पर रेस्टोरेंट पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। रेस्टोरेंट का मालिक हिरासत में है और उसके रेस्टोरेंट के लाइसेंस की जांच कराई जाएगी

-आशुतोष कुमार, डीआइजी मेरठ।

मौके से कुछ हुक्के, कोल और पाउडर वाला पदार्थ मिला है। इसकी जांच कराई जाएगी कि यह पदार्थ है क्या। रेस्टोरेंट मालिक के खिलाफ एफआईआर लिखी जा रही है।

-धर्मेद्र कुमार, एसएसआई, थाना सदर

Posted By: Inextlive