- दो बच्चे समेत तीन की हालत गंभीर

- पुलिस-प्रशासन की उदासीनता पर ग्रामीणों का हंगामा

Kharkhoda : हापुड़-किठौर रोड पर गुरुवार दोपहर बेकाबू स्कार्पियो ने बाइक सवार परिवार को रौंद दिया। जिसमें 45 वर्षीय व्यक्ति व उसकी 7 वर्षीय बेटी की मौत हो गयी। जबकि 42 वर्षीय पत्नी व बेटा मुर्शीद 11 वर्ष, सुभान 2 वर्ष घायल हो गये। राहगीरों ने घायलों को उपचार के लिए हापुड़ स्थित देवनंदनी अस्पताल में भर्ती कराया। प्रशासनिक अधिकारियों ने सुध नहीं तो ग्रामीणों ने मोर्चरी हाउस पर हंगामा किया। जबकि गाड़ी का सुराग नहीं लगा।

यह है मामला

जनपद हापुड़, थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के आरिफपुर सरावनी निवासी रहीस पुत्र मुस्तकीम 45 वर्षीय के हापुड़ के मोती कालानी निवासी बहनोई आसमोहम्मद की मौत पर बहन शहीदा इद्दत में बैठी है। गुरुवार दोपहर रहीस अपनी इद्दत में बैठी बहन के यहां दाल, चावल कपड़े आदि समान पहुंचाने के लिए पत्नी नसीमा 42 वर्ष, बेटा मुर्सीद 11 वर्ष, बेटी इकरा 7 वर्ष, बेटा सुभान दो वर्ष के साथ बाइक संख्या यूपी 15 टी 5169 पर सवार होकर जा रहा था। अतराड़ा स्थित रंजीत देवता के सामने पहुंचे तो बेकाबू सफेद स्कार्पियों ने उन्हें रौंद दिया।

राहगीरों ने कराया भर्ती

सड़क पर तड़प रहे घायलों को राहगीरों ने उपचार के लिए हापुड़ स्थित देवनंदनी हास्पिटल में भर्ती कराया लेकिन डाक्टरों ने रहीस व उसकी बेटी इकरा को मृत घोषित कर दिया और नसीमा व मुर्सीद की हालत भी गंभीर होने के कारण गहन चिकित्साकक्ष में रखा गया है। कंट्रोल रूम की सूचना के बावजूद भी पुलिस सजग नहीं हुई तो आरोपी कार पुलिस चौकी के बैरियर तोड़ते हुए फरार हो गयी। एसओ शिवदत्त सिंह, एचसीपी सूरज सिंह आदि पुलिस बल पहुंचा पहले मौके से क्षतिग्रस्त बाइक व आरोपी कार के टूटे पड़े बंफर कब्जे लिए और उसके बाद अस्पताल पहुंचे लेकिन तबतक मीमों के आधार प हापुड़ पुलिस ने पंचनामा भर शव पीएम हाउस भेज दिए।

कोई नहीं पहुंचा

उधर, घंटों बीत जाने के बावजूद भी पुलिस प्रशासनिक अधिकारी पीड़ति परिवार की सुध लेने नहीं पहुंचा तो आक्रोशित ग्रामीणों ने 20 लाख रुपये की आर्थिक मुआवजे की मांग करते हुए जमकर हंगामा काटा। उक्त मामले में मृतक के परिजनों ने नामपता अज्ञात कार चालक के खिलाफ थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई है।

पुलिस लापरवाही बनी रहीस की मौत का कारण

खरखौदा : घटना स्थल रंजीत देवता अतराड़ा पुलिस चौकी से चंद कदम दूर ही है। आरोपी कार घटना के बाद पुलिस चौकी के बैरियर तोड़कर फरार हो गयी उधर, आरोपी आधा घंटे से अधिक उपचार के आभाव में तड़पते रहे। कारण चौकी इंचार्ज राजेंद्र सिंह नदारत तो एचसीपी सूरज पुलिस कर्मियों के साथ क्षेत्र में गस्त पर होने कारण चौकी पर ताला लगा था। ग्रामीणों ने राहगीरों की मदद से घायलों के लिए अस्पताल पहुंचा लेकिन तबतक देर हो चुकी थी। डाक्टरों ने रहीस व उसकी बेटी को मृत घोषित कर दिया। समय पर उपचार मिलता तो जान बच सकती थी। कंट्रोल रूम की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई तो चौकी इंचार्ज ने स्वास्थ्य सही न होने के कारण दवा लेने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।

नीयती को यहीं मंजूर, निवाले के लिए संर्घष करते हुए टूट गया परिवार

खरखौदा : कुर्दत की नीयती देखिए जमीला का परिवार वर्षो से निवाले के लिए संर्घष करते हुए टूट गया। बीस वर्ष पूर्व पति मुस्तकीम निवाले के बंदोबस्त करते हुए इलाज के आभाव में मर गया। बिना खेती के मेहनत मजदूरी कर बेटे सलीम व रहीस और बेटियों की परवरिश कर घर बाहर के किए तो बड़ा बेटा सलीम दस वर्ष पूर्व बीमारी से मर गया। उसकेच्आठ बच्चे पत्नी मीना की जिम्मेदारी जमीला ने रहीस के साथ संभाली तो रहीस की सड़क दुघर्टना में मौत हो गयी। वहीं, माह पूर्व हापुड़ ब्याही बेटी शहीदा के पति आसमोहम्मद की मौत हो गयी। मोर्चरी हाउस पर जमीला बार-बार रोते हुए यहीं कह रही उसके नसीब ऐसा क्यों लिखा जिसमें दुख दुख है। उधरच्, अब बच्चों को दो वक्त की रोटी कैसे नसीब होगी।

जिलाप्रशासन मदद को नहीं आया आगे

खरखौदा : रहीस व उसकी बेटी की मौत और पत्नी व बेटा मौत व ¨जदगी के बीच अस्पताल में लड़ रहे लेकिन हापुड़ जिले के प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि अब तक मदद को आगे नहीं आए। जिस परिवार को दो जून की रोटी मैय्यसर नहीं आखिर घायलों को उपचार कैसे कराएगा। सरावनी के ग्राम प्रधान जराफत पुत्र लताफत ने बताया घटना के बाद भी जिला प्रशासन समेत जनप्रतिनिधि मदद को आगे हीं आए लेकिन उन्होंने स्थानीय विधायक व मंत्री मदन चौहान से बात कर मदद की गुहार लगाई है।

Posted By: Inextlive