काम का बोझ और छुट्टी हो सकती है वजह।


patna@inext.co.inPATNA : बुधवार की सुबह यही कोई सात साढ़े सात का वक्त हो रहा था। बीएमपी में सब कुछ सामान्य चल रहा था। सिपाही से लेकर हवलदार तक बैरक छोड़ बाहर अपनी दिनचर्या में लग गए थे। अचानक से फायरिंग की आवाज ने हर किसी को सन्न कर दिया। फायरिंग की आवाज बैरक से आई जहां देखते ही देखते जवानों की भीड़ लग गई। हालात देख हर कोई सन्न रह गया। हवलदार शमीम अहमद का खून से लतफत शव बेड पर पड़ा था और कार्बाइन नीचे गिरी थी। सूचना मिलते ही अफसर भी मौके पर पहुंच गए। आशंका सुसाइड की है लेकिन परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर घटना पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।आरा के थे शमीम
बीएमपी 10 में तैनात हवलदार आरा के निवासी थे। बुधवार की सुबह घटना के बाद साथी पुलिस कर्मियों के साथ उनसे जुड़े लोगों को भी सुसाइड पर यकीन नहीं हुआ। लोगों का कहना है कि शमीम ऐसे नहीं थे कि उन्हें सुसाइड करना पड़े। परिजनों का तो सीधा आरोप हत्या का है। वह इसबात को मानने को तैयार ही नहीं है कि हवालदार ने सुसाइड किया है। बिहार पुलिस में काम के बोझ और छुट्टी नहीं मिलने के कारण सुसाइड की घटनाएं हो रही हैं। पूर्व में एक दो नहीं कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में शमीम की मौत को लेकर भी ऐसी ही आशंका जताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले को लेकर जांच पड़ताल हो रही है अफसर भी कारण जानना चाहते हैं कि घटना हुई क्यों?

Posted By: Mukul Kumar