-मदन मोहन झा, प्रेमचंद मिश्रा और राजेश राम ने उठाया मामला

PATNA: बिहार विधान परिषद में शुक्रवार को कांग्रेस सदस्य प्रेमचंद मिश्रा ने गांधी सेतु के पुनर्निर्माण में घटिया किस्म के स्टील के प्रयोग का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि करार कि विपरीत 70 प्रतिशत घटिया सामान्य एमटी और गैर जंग रोधी स्टील खरीदा गया है। प्रेमचंद मिश्रा के अलावा कांग्रेस सदस्य मदन मोहन झा और राजेश राम सदन में इस मसले पर कार्य स्थगन प्रस्ताव लेकर आए थे।

2018 में पूरा करना था लक्ष्य

प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि गांधी सेतु की मरम्मत कई वर्षो से चल रही है। जिसे 2018 में पूरा करने का लक्ष्य था और जून महीने में दोनों लेन पर परिचालन शुरू होना था। पर निकट भविष्य में ऐसी संभावना नहीं दिख रही है। उत्तर बिहार से आने वाले लोगों को इस वजह से काफी परेशानी होती है।

सलाहकार चयन में गड़बड़ी

मिश्रा ने कहा कि सेतु के पुनर्निर्माण पर्यवेक्षण सलाहकार के चयन में गड़बड़ी की गई है। बिहार व गुजरात में काली सूची में डाली गई कंपनी को सलाहकार बनाया गया। इस पुल का डिजाइन बनाने में भी वैसे लोग शामिल हैं जो कभी बैठक तक में नहीं आए। जब जंग रोधी स्टील की खरीद नहीं हुई ता गांधी सेतु डिवीजन के कार्यपालक अभियंता और प्रोजेक्ट अभियंता ने शिकायत दर्ज कराई कि करार के विपरीत काम हो रहा है। जिसके बाद इन दोनों इंजीनियरों को ही काम से बाहर कर दिया गया। इस पर चर्चा कराने की सभापति से मांग की जिसे अस्वीकृत कर दिया गया।

Posted By: Inextlive