- मोदीपुरम पुलिस चौकी के सामने किया हंगामा

- सोफीपुर क्षेत्र में रविवार की रात गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला था अमीर हसन

मोदीपुरम : सोफीपुर गांव में डेयरी संचालक की मौत को लेकर परिजनों ने मोदीपुरम पुलिस चौकी के सामने हंगामा किया। परिजन हत्या के मामले को दुर्घटना दर्ज करने को लेकर पुलिस के खिलाफ विरोध दर्ज करा रहे थे। हत्या का मामला प्रकाश में आया है। दौराला थाने पहुंचने पर परिजनों की तहरीर पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

सड़क पर पड़ा मिला

सोफीपुर गांव के रहने वाले मृतक अमीर हसन 40 वर्ष पुत्र नूर मौहम्मद गांव में ही दूध की डेयरी चलाते थे। साथ ही कमेटी संचालक भी हैं। परिजनों ने बताया कि रविवार की शाम को गांव के कुछ लोग अमीर हसन को घर से बुलाकर ले गये थे। काफी देर तक घर न लौटने पर परिजनों ने तलाश किया तो परिजनों को अमीर घायल अवस्था में सोफीपुर के शमशान के पास सड़क पर पड़ा मिला। पास में बाइक भी पड़ी थी। परिजनों ने बताया कि अमीर जख्मी था और उसे सरियों से पीटा गया था। गंभीर हालत में उसे मेरठ स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिस पर रात में अस्पताल में घायल अमीर हसन की उपचार के दौरान के मौत हो गई।

दुर्घटना का रूप देने का आरोप

दिल्ली से मुजफ्फरनगर जाने वाले मार्ग पर एकत्र लोगों ने बैरियर लगा कर आवागमन रोकने का प्रयास किया। मृतक की पत्नी रहमत और बेटी मुस्कान (12 वर्ष) दहाड़ मार कर रो रही थी उनका कहना था कि जानबूझ कर आरोपियों के दबाव में हत्या को दुर्घटना का रूप दिया जा रहा है। डेढ़ घंटे तक हाई वे पर हंगामा होता रहा। मृतक के परिजनों का आरोप था कि आरोपी गांव में अवैध शराब की बिक्री का कारोबार करते हैं। कई बार पुलिस को सूचना देने पर भी पुलिस ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की। मिलीभगत के चलते पुलिस मामले को दूसरा मोड़ देने में लगी है। मोदीपुरम चौकी इचार्ज किसी तरह लोगों को समझा बुझा कर दौराला थाने ले गए। जहां मृतक की पत्नी रहमत ने तीन आरोपियों राहुल त्यागी पुत्र ओमकार, पवन लोधी पुत्र श्यामलाल व पवन के एक रिश्तेदार को नामजद करते हुए हत्या की तहरीर दी है।

कमेटी की किस्त के बहाने हत्या का आरोप

मोदीपुरम: मृतक के भाई इकबाल ने बताया कि अमीर हसन गांव में कमेटी डालने का काम करता था। आरोपियों ने उसके पास से एक-एक लाख की चार कमेटी उठा रखी थी। जिसकी किस्त पांच अप्रैल को दी जानी थी। मगर आरोपियों ने 12 अप्रैल तक भी कमेटी की किस्त नही दी थी। उसी कमेटी की किस्त को देने के लिए आरोपी मृतक को घर से बुला कर ले गए थे।

Posted By: Inextlive