RANCHI : अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर रविवार को महिलाओं के अधिकार की आवाज बुलंद हुई। सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में महिलाओं के हित और सुरक्षा को लेकर बड़ी-बड़ी बातें हुई। सेमिनार, वर्कशॉप और रैलियों में वूमेन इंपावरमेंट का मुद्दा छाया रहा। महिलाओं को सम्मान, न्याय, अधिकार और सुरक्षा देने की खातिर वादे किए गए, लेकिन जब हकीकत में महिलाओं की स्थिति को जानेंगे तो आप चौंक जाएंगे। घर या बाहर, कहीं भी महिलाएं सेफ नहीं हैं। महिलाओं को अधिकार देने की बात तो दूर, न्याय के लिए भी तरसना पड़ रहा है। आई नेक्स्ट ने जब रांची स्थित महिला हेल्पलाइन में आनेवाले मामलों की तहकीकात की तो पूरी हकीकत सामने आ गई।

2014 में 200 मामले, 2015 में अब तक 60

महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कानून बनाए गए हैं। इस दिशा में कई संस्थाएं भी काम कर रही हैं, पर महिला हिंसा का सिलसिला थम नहीं रहा है। घर और बाहर महिलाओं के प्रताडि़त होने का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। महिला हेल्प लाइन में महिला प्रताड़ना से जुड़े मामले हर दिन आते हैं। साल 2014 में महिला हिंसा के 200 मामले आए थे, जबकि इस साल फरवरी तक 60 मामले आ चुके हैं। घरेलू हिंसा, यौन शोषण और दहेज प्रताड़ना को लेकर महिलाओं ने शिकायतें दर्ज कराई हैं।

घर में भी असुरक्षित हैं महिलाएं

बाहर तो दूर अपने ही घर में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। महिला हेल्पलाइन में ज्यादातर वैसे मामले आए हैं, जिसमें महिलाओं ने घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई है। खास बात है कि पति समेत ससुराल पक्ष के लोग ही उन्हें प्रताडि़त करते हैं। घरेलू हिंसा को रोकने के लिए बने कानून का भी इनको कोई डर नहीं है। ऐसे में महिलाओं के घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है।

केस स्टडी : पति ने पत्नी को घर से निकाला

नामकुम की रहनेवाली सरिता देवी (बदला हुआ नाम) की शादी के दस साल हो चुके हैं। उसका सात साल का बच्चा भी है, लेकिन आज भी वह घरेलू हिंसा का शिकार हो रही हैं। पति राजेश कुमार (बदला नाम) अक्सर मारपीट करता है। सास, ससुर और देवर भी हाथ उठाते हैं। ससुरालवालों का कहना है कि शादी में तुम कुछ भी नहीं लेकर आई हो। इतना ही नहीं, उन्होंने सरिता को घर से भी निकाल दिया है। ऐसे में इंसाफ के लिए सरिता ने महिला हेल्पलाइन का दरवाजा खटखटाया है।

शादी का झांसा देकर यौन शोषण के बढ़ रहे मामले

महिला हेल्पलाइन में शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने के मामले भी खूब आ रहे हैं। इस बाबत युवतियों ने जो शिकायत दर्ज कराई है, उसके मुताबिक युवक शादी का झांसा देकर फिजिकल रिलेशन बना लेता है। जब उसे शादी करने के लिए बोला जाता है तो वह इंकार कर देता है। ऐसे में न्याय के लिए पीडि़त युवतियां महिला हेल्पलाइन में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने को मजबूर होती हैं।

केस : दोस्ती, प्यार और फिर बनाया यौन संबंध

रांची के प्रतिष्ठित कॉलेज में साथ में पढ़नेवाले रश्मि और उमेश (नाम बदला हुआ) के बीच पहले दोस्ती हुई। यह दोस्ती फिर प्यार में बदल गई। उमेश ने शादी का वादा कर रश्मि के साथ फिजिकल रिलेशन बना लिया। यह संबंध कई सालों तक चलता रहा। इस दौरान रश्मि शादी के लिए कहती तो उमेश तरह-तरह के बहाने बना लेता। इस बीच रश्मि को पता चला कि घरवालों की मर्जी से उमेश किसी दूसरी युवती के साथ शादी करने जा रहा है। ऐसे में रश्मि ने उमेश और उसके परिजनों को समझाने की कोशिश की, पर वे उसे ही दोषी ठहरा दिया। ऐसे में रश्मि ने उमेश के खिलाफ यौन शोषण का मामला महिला हेल्पलाइन में दर्ज कराया है।

दहेज लोभियों की भी बढ़ी है तेजी से तादाद

जमाना जिस गति से आगे बढ़ रहा है, दहेज लोभियों की तादाद भी उसी हिसाब से बढ़ी है। युवती चाहे कामकाजी हो या घरेलू, दहेज की डिमांड कम नहीं होती है। दहेज प्रथा को रोकने के लिए कड़े कानून भी हैं, लेकिन दहेज लोभियों को इसका कोई डर नहीं है। दहेज की खातिर ससुराल में महिला को प्रताडि़त किया जाता है। कई बार तो दहेज की खातिर महिला की जान भी ले ली जाती है।

केस : शादी के बाद से ही दहेज के लिए होती रहीं प्रताडि़त

सविता (बदला हुआ नाम) की शादी तीन साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही सविता व उसके मायकेवालों से दहेज की डिमांड शुरू हो गई। सविता ने जब इसमें असमर्थता जाहिर की तो उसके साथ मारपीट शुरू हो गई। उसे ससुराल से निकाल दिया गया। ऐसे में उसने महिला हेल्पलाइन का दरवाजा खटखटाया है।

टॉल फ्री नंबर -10921 पर मिलती है मदद

महिलाओं की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी की गई है। अगर महिला किसी तरह के हिंसा का शिकार होती हैं तो वे टॉल फ्री नंबर 10921 पर शिकायत दर्ज करा सकती हैं। इसके बाद महिला हेल्पलाइन आपकी मदद के लिए आगे आएगी।

Posted By: Inextlive