बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के बेटे प्रवीण के पास से मिली 4 लाख 65 हजार की रकम को पुलिस ने जब्‍त कर लिया है। इस रकम के बारे में उनसे पूछा गया तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे। जिसके बाद पुलिस ने यह उनको हिरासत में लिया था। बाद में प्रवीण को तो पुलिस ने जमानत पर छोड़ दिया लेकिन रकम को जब्‍त कर लिया है। बता दें कि रविवार को प्रवीण इस रकम को गया से पटना लेकर आ रहा थे। उसी दौरान उन्हें गया-पटना के बीच मखदूमपुर में चेकिंग के दौरान रकम मिलने पर हिरासत में लिया गया था। वहीं मांझी की पार्टी ने सरकार पर उनके परिवार की जासूसी कराने का आरोप लगाया है।


नहीं दिखा पाए दस्तावेज पूछताछ में प्रवीण ने बताया कि वह यह रकम मकान निर्माण के लिए ले जा रहे हैं। वहीं पुलिस अधिकारी मो। अशफाक अंसारी ने बताया कि प्रवीण इस राशि से संबंधित दस्तावेज नहीं दिखा पाए थे। जिसके बाद प्रवीण को हिरासत में लेकर मखदुमपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। अंसारी ने कहा कि यह प्रवीण के पास से यह रकम एक सामान्य तलाशी के दौरान पकड़ी गई। तलाशी की यह कार्रवाई चुनाव आचार संहिता लागू होने के चलते की जा रही है। आचारा संहिता के दौरान नियम है कि 20 हजार से अधिक की राशि को बिना दस्तावेजों के लेकर नहीं चल सकते हैं। अगर ऐसा करने के दौरान आप पकड़े जाते हैं तो फिर संबंधित रकम से दस्तावेज उपलब्ध कराने के बाद ही उसको वापस किया जाता है। सरकार करा रही जासूसी
वहीं दूसरी तरफ मांझी की पार्टी ‘हम’ के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि प्रवीण ने यह रकम बैंक से निकलवाई थी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मांझी के परिवार के पीछे जासूस लगवा रखे हैं। हम रकम से जुड़े सभी दस्तावेज पेश कर देंगे।चुनाव में बह रहा पैसा


राज्य के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर लक्ष्मणन ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए गए चेकिंग अभियान में अब तक 78 लाख रुपए बरामद किए गए जा चुके हैं। आशंका जताई जा रही है कि बिहार चुनाव में बड़ी तादाद में काले धन को खपाया जा सकता है। इसके साथ ही नकली नोटों के खपाने की भी आशंका है। जिसको देखते हुए चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया है। आदर्श आचार संहिता उल्लंघन को लेकर पूर्व विधायक विश्वनाथ प्रसाद सिंह को गिरफ्तार किया और पूर्व सांसद व भाजपा नेता साबिर अली की एक एसयूवी को जब्त करते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।

Posted By: Inextlive