- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 28 एटीएम को किया रैंडमली चेक, सिर्फ 7 में मिला कैश

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने ख्8 एटीएम को किया रैंडमली चेक, सिर्फ 7 में मिला कैश

BAREILLY:

BAREILLY:

नोटबंदी के बाद एक बार फिर एटीएम में कैश का संकट गहरा गया है। शहर के 7भ् फीसदी एटीएम में कैश नहीं है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने वेडनसडे को बरेली जंक्शन रोड, सुभाषनगर, सिविल लाइंस, राजेंद्र नगर, पीलीभीत और शाहजहांपुर रोड पर विभिन्न बैंकों के लगे एटीएम को रैंडमली चेक किया, तो ख्8 एटीएम में से सिर्फ 7 एटीएम में ही कैश मिला। बाकी ख्क् एटीएम में कैश ही नहीं था। इनमें कुछ एटीएम का शटर और सर्वर डाउन थे।

पीलीभीत व शाहजहांपुर रोड क्0 में से 8 एटीएम बंद मिले

ग्रीनपार्क के पास लगे एसबीआई के एटीएम में कैश नहीं था। स्क्रीन पर एक नोटिस चस्पा था कि एटीएम खराब है। पीलीभीत बाईपास रोड पर एसबीआई के एटीएम का शटर डाउन था। आरयू में यूनियन बैंक के एटीएम का शटर डाउन मिला। शाहजहांपुर रोड पर लगे एसबीआई का एटीएम बंद था। पूछने पर लोगों ने बताया कि यह एटीएम पिछले 8 दिनों से बंद पड़ा है। इसी रोड पर बीओबी का एटीएम पिछले ख् महीने से बंद है। मालियों की पुलिया के पास बीओबी के एटीएम में कैश नहीं निकला। बीसीबी के पास यूनियन बैंक के एटीएम का शटर डाउन मिला। हालांकि, पीलीभीत बाईपास रोड स्थिति पीएनबी मेन ब्रांच का एटीएम खुला मिला, जिसमें कैश भी था। वहीं पासपोर्ट ऑफिस के पास लगे यूनियन बैंक के एटीएम में भी कैश था।

शहर के बीच और जंक्शन क्8 में से क्फ् एटीएम बंद मिले

वहीं शहर के कई एरिया और स्टेशन रोड पर लगे एटीएम की भी दयनीय स्थिति रही। बरेली जंक्शन पर एसबीआई के एटीएम का शटर डाउन मिला। जबकि, बीओबी का एटीएम खुला तो था, लेकिन कनेक्टिविटी नहीं थी। जिसकी वजह से रेल यात्री काफी परेशान रहे। वहीं स्टेशन रोड पर लगे एसबीआई और सिंडिकेट बैंक के एटीएम का शटर गिरा हुआ था। सुभाषनगर एसबीआई ब्रांच के पास लगे एटीएम का शटर गिरा मिला। जिस पर लिखा था एटीएम तकनीकी कारणों से खराब है। कृपया अन्य नजदीकी एटीएम से सुविधा प्राप्त करें। चौकी चौराहा के पास एसबीआई का एटीएम बंद था। हालांकि, आईडीबीआई और आईसीआईसीआई ब्रांच के एटीएम वर्क कर रहे थे, जहां पर ख् हजार, भ् सौ और क्00 रुपए के नोट निकल रहे थे। जबकि, अयूब खां के पास लगे दो एटीएम, बटलर के पास लगे एसबीआई का एटीएम वर्क नहीं कर रहा था।

नोटबंदी के बाद एक भी नया एटीएम नहीं

नोटबंदी, जीएसटी और डिजिटलाइजेशन ने पूरे बैंकिंग सेक्टर की सूरत बदल दी है। बैंकों पर एटीएम का रख रखाव भारी पड़ रहा है। बैंकर्स का कहना है कि नोटबंदी के बाद एटीएम नहीं बढ़ाए गए हैं। इसके उलट बैंक अपने एटीएम घटा रहे हैं। एटीएम चलाने के लिए कम से कम ख्00 हिट्स रोज चाहिए, लेकिन केवल 80 से 90 हिट ही एक एटीएम को मिल रहे हैं। इस वजह से एक एटीएम पर खर्च का औसत बढ़ता जा रहा है। मेट्रो शहरों में तो एक एटीएम का खर्च एक लाख रुपए से ऊपर मासिक निकल जाता है।

एटीएम के कैलीब्रेट नहीं होने से समस्या

पिछले वर्ष मई से ख् हजार के नोटों को छापना बंद कर दिया गया था। इसकी जगह ख्00 और भ्0 रुपए के नोटों को लाया गया। ख् हजार के नोट कम होने से एटीएम में डाले जा रहे नोटों की वैल्यू कम हो रही है। बैंक अधिकारियों ने बताया कि ख् हजार के नोटों से एटीएम को भरा जाए तो एक एटीएम में म्0 लाख रुपए तक आ जाते हैं। जबकि भ्00 और क्00 रुपए से ये क्षमता महज क्भ् से ख्0 लाख रुपए रह गई है। इसलिए एटीएम जल्दी खाली हो रहे हैं। वहीं ख्00 रुपए के नोट को लेकर एटीएम कैलीब्रेट नहीं होने से समस्या और गहरा गई है।

बंद िमले एटीएम

- 9 एटीएम एसबीआई के।

- फ् एटीएम बीओबी के।

- क् एटीएम सिंडिकेट बैंक का।

- ख् एटीएम यूनियन बैंक के।

- क् एटीएम एचडीएफसी बैंक का।

- भ् एटीएम पीएनबी, सेंट्रल बैंक, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीअाई के।

खुले िमले एटीएम

- 7 एटीएम खुले मिले। इनमें चौकी चौराहा, आईडीबीआई, आईसीआईसीआई, पीलीभीत रोड पीएनबी, पासपोर्ट ऑफिस यूनियन, एसबीआई मेन ब्रांच, डीएम आवास के सामने एचडीएफसी और अक्षर बिहार बीओबी के एटीएम खुले मिले।

कैश संकट के प्रमुख कारण

- फाइनेंशियल रिजॉल्यूशन एंड डिपॉजिट इंश्योरेंस बिल पास होने का डर।

- बिल में केवल एक लाख रुपए छोड़कर पूरा पैसा लेने का है प्रावधान।

- बैंकों में लगातार बढ़ रहे एनपीए की वजह से ग्राहकों में घबराहट।

- ग्राहकों के रुपए से बैंक की सेहत सुधारने का बिल में प्रावधान।

- एटीएम और बैंकों से ज्यादा से ज्यादा पैसा निकालने की होड़।

- ख्00 के नोट को लेकर 70 फीसदी एटीएम कैलीब्रेट नहीं।

- एक वर्ष से ख्000 के नोटों का छपना करीब-करीब बंद।

- ख्000 के नोटों का कालाधन के रूप में संग्रह।

कैश की कमी की वजह से एटीएम भी प्रभावित हैं। हालांकि, सभी बैंकों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने-अपने एटीएम को ज्यादा से ज्यादा चालू रखें।

ओपी वडेरा, मैनेजर, लीड बैंक बीओबी

झांसी से एक काम के लिए बरेली आया हूं। सुरक्षा को देखते हुए कैश लेकर नहीं चला। मुझे लगा कि जंक्शन पर एटीएम से कैश मिल जाएगा। लेकिन, यहां पर कैश ही नहीं है।

बृजेंद्र सिंह, यात्री

शाहजहांपुर रोड पर बीओबी लगा एटीएम दो महीने से एटीएम बंद है। पब्लिक आती है लौट जाती है। जिसकी वजह से अब तो लोगों ने एटीएम पर आना ही छोड़ दिया।

प्रेम गुप्ता, दुकानदार

जब भी पैसे निकालने आते हैं तो एटीएम बंद ही मिलते हैं। पीलीभीत बाईपास पर शुरु से आखिर तक सभी एटीएम हमेशा बंद ही मिलते हैं।

शोभित सिंह, स्टूडेंट

Posted By: Inextlive