रोड पर लगी मंडी, तालाब के पास नहीं मिली जगह, आढ़तियों व किसानों में आक्रोश

ALLAHABAD: जब भी लोकसभा, विधानसभा या निकाय चुनाव होता है, मुंडेरा मंडी समिति परिसर में व्यापार कर रहे आढ़तियों को कुछ दिनों के लिए बाहर कर दिया जाता है। इसके साथ ही उन्हें व्यापार करने के लिए जगह दिए जाने की परंपरा चली आ रही है। लेकिन फूलपुर संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में पुरानी व्यवस्था को बदलते हुए व्यापारियों को मंडी से बाहर तो किया गया, लेकिन कोई स्थान नहीं दिया गया। इसकी वजह से सोमवार को मुंडेरा मंडी के बाहर रोड पर ही मंडी लगी।

दिनभर बनी रही जाम की स्थिति

मुंडेरा मंडी के बाहर मेन रोड पर ही मंडी लगने से सोमवार को दिन भर जाम की स्थिति रही। विभिन्न इलाकों से सब्जी लेकर आने वाले किसानों को काफी दिक्कत हुई। किसानों की सब्जी रोड किनारे पड़ी रही। सामान्य दिनों में पर डे जितनी हरी सब्जी की खपत हो जाती थी, सोमवार को अव्यवस्था के कारण उतनी खपत नहीं हो सकी। छांव की व्यवस्था न होने से किसानों की हरी सब्जियां खराब हो गई।

तालाब की तरफ नहीं दी जगह

मुंडेरा मंडी में करीब 600 से 700 आढ़तिया व्यापार करते हैं। साथ ही आस-पास के गांवों व जिलों से सैकड़ो किसान हरी सब्जियां लेकर पर डे मुंडेरा मंडी पहुंचते हैं। यहां से पूरे शहर के लिए सब्जी की सप्लाई होती है। चुनाव के दौरान ईवीएम को सुरक्षित रखने व मतगणना के लिए मुंडेरा मंडी समिति को एडमिनिस्ट्रेशन अपने कब्जे में लेता है। ऐसे में तालाब के पास व्यापार के लिए आढ़तियों को जगह दी जाती है।

इस बार मतगणना के लिए मुंडेरा मंडी समिति परिसर को कब्जे में लेने से पहले एडमिनिस्ट्रेशन ने आढ़तियों से कोई बातचीत नहीं की। इससे काफी दिक्कत हो रही है।

सतीश कुशवाहा, अध्यक्ष, मुंडेरा मंडी व्यापार समिति

Posted By: Inextlive