कांटाटोली, लालपुर, फिरायालाल चौक में अक्सर लग रही जाम

सड़क पर गाडि़यों से पैसेंजर उतारना-चढ़ाना बना कारण

रोड किनारे ठेला-खोमचा वाले भी हैं जाम में दोषी

RANCHI: ट्रैफिक जाम सिटी के लिए बड़ी समस्या बन गई है। सुबह, दोपहर, शाम कब कहां जाम लग जाए, कोई ठिकाना नहीं है। फिर तो चंद मिनटों में तय होने वाली दूरी में एक-आध घंटा लगना ही है। जाम में फंस कर लोग डेली ऑफिस लेट हो रहे हैं। स्कूली बच्चे जाम में फंस कर हलकान हैं। इमरजेंसी काम करना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में आई नेक्स्ट ने कॉट इन ए जाम एक अभियान शुरू किया है। जानिए, सिटी के प्रमुख चौक-चौराहों पर जाम के क्या हैं कारण।

कांटा टोली चौक

- बसों और छोटी गाडि़यों द्वारा पैसेंजर को रोड पर ही चढ़ाया-उतारा जा रहा है।

- टोकरी में फल बेचने वाले लोग रोड पर ही बैठ जाते हैं।

बहू बजार चौक

- यहां जाम लगने का मुख्य कारण रोड पर दुकान लगना है।

- चौक के एक साइड टायर की दुकान, तो दूसरी ओर मीट की दुकान है। यहां आने वाले लोग रोड पर ही गाड़ी पार्क कर खरीदारी शुरू कर देते हैं।

-ऑक्सफोर्ड स्कूल जाने वाला रास्ता बहुत संकरा है। स्कूल जाने और छुट्टी के समय हर दिन जाम लगा रहा है।

लालपुर चौक

-लालपुर चौक से सरकुलर रोड जाने वाले रोड पर हर दिन जाम रहता है। रोड पर ही ऑटो रोक कर पैसेंजर चढ़ाते-उतारते रहते हैं।

-हरिओम टावर, वीमेंस कॉलेज व जेल चौक पर बीच रोड पर पैसेंजर उतारने-चढ़ाने के कारण जाम लगी रहती है।

फिरायालाल चौक

-फिरायालाल चौक के दोनों साइड हर दिन सड़क जाम हो रही है। हजारीबाग रोड, अल्बर्ट एक्का चौक तक जाने वाला रोड हर दिन बिजी रहता है। एचबी रोड पर ठेला वाले लोग सड़क का बड़ा हिस्सा छेक लेते हैं। फिर फल बेचने वाली महिलाएं भी बैठ जाती हैं।

- फिरायालाल व शास्त्री मार्केट के पास रोड पर ही फेरी वाले दुकान लगाते हैं। इस कारण खरीदार भी खड़े रहते हैं, जो जाम का कारण है। दूसरे साइड में बैग व कंबल बेचने वालों का आधे रोड पर कब्जा है।

पुरुलिया रोड

- पुरुलिया रोड पर भी जाम लगा रहता है। सर्जना चौक से लेकर डंगरा टोली चौक तक जाम रहता है।

- सबसे अधिक जाम सेंट मारिया चर्च के पास होता है, रोड के दोनों साइड दुकानें सजी हुई हैं।

- सेंट जेवियर्स कॉलेज के अपोजिट रोड पर ही ऑटो लगा रहता है।

राजधानी मे हर जगह जाम लगने का सबसे कॉमन रीजन है ऑटो को या सवारी गड़ी को रोड़ पर ही रोककर पैसेंजर को बैठाने और उतारने के कारण लगता है। सर्कूलर रोड मे जेल चौक्क से वीमेंस कॉलेज, हरिओम टावर और लालपुर चौक पर पैसेंजर को चढ़ाने उतारने के कारण पुरा रोड़ जाम रहता है। यही हाल रातू रोड का है जहां लोहरदगा, गुमला जाने वाली छोटी गाडि़यां और ऑटो रोड पर ही पैसेंजर लेने लगते है जिससे यहां हमेशा जाम लगी रहती है।

-सर्जना चौक के पास भी रोड पर ही ठेला लगा रहता है। चाट-छोला के अलावा अन्य दुकानें सजी रहती हैं।

कचहरी चौक

- कचहरी चौक के पास सुबह के दस बजे से लेकर तीन बजे तक हर दिन जाम लगा रहता है।

- कचहरी चौक के दोनो साइड ठेला लगाने वाले लोग रोड पर ही ठेला लगा देते है जिससे वहां जाम लग जाता है।

- कचहरी चौक पर नर्सरी के वजह से भी जाम लगती है। नर्सरी होने के कारण लोग रोड पर ही खरीददारी करने लगते है जिससे रोड जाम हो जाता है।

कांटा टोली चौक, कचहरी चौक, एजी मोड, लालपुर चौक, सर्जना चौक, बहु बजार, फिरायालाल चौक, रातू रोड चौक, हर चौक पर लोग जाम मे फंसने के बाद ही घर, ऑफिस या मार्केट पहुंचते है। कभी कभी तीन चार घंटे तक जाम लगा रहता है। रांची मे राजधानी बनने के बाद भी जाम से छुटकारा नही मिल पा रहा है। राजधानी को जाम मुक्त बनाने के लिए सरकार कई प्रयोग करती है लेकिन बार-बार प्रयोग फेल हो जा रहा है। जाम क्यों होता है ऐसी क्या परेशानी है कि जाम से लोगों को मुक्ति नही मिल पा रही है। हमने जाम के कारणों को जाना कि आखिर जाम क्यों लगती है।

हर चौक पर अलग-अलग कारण है।

राजधानी के हर चौक पर जाम लगने के अलग अलग कारण है। कांटा टोली चौक पर ठेला को रोड पर लगाने और रोड पर ही ऑटो से पैसेंजर बिठाना मुख्य कारण है तो बहु बजार मे रोड पर ही टायर और मीट का दुकान लगाने के कारण जाम हो रहा है। एजी मोड़ डोरंड़ा मे छोटी गाडि़यां और बसों मे पैसेंजर बैठाने के कारण जाम लगता है। तो कचहरी चौक पर सभी फल का ठेला रोड पर ही लगता है और नास्ता और जूस का दुकान भी रोड़ पर लगाने के कारण जाम लगता है।

रोड़ पर पैसेंजर बिठाना उतारना है कॉमन रीजन

Posted By: Inextlive