पांच सालों में अधिकतर मामलों का हुआ निस्तारण

2017 में दर्ज हुए रिकॉर्ड तोड़ मामले, सभी में कार्रवाई

आगरा। यदि आपके साथ कोई ऐसी घटना हुई है जिसे आप गोपनीय रखना चाहती है और मामले में कार्रवाई भी तो आपको सीधे थाने जाने की जरुरत नहीं बल्कि आप घर बैठे ही अपनी कंप्लेन ऑन लाइन दर्ज करा सकती हैं या फिर सीधे क्राइम अगेंस्ट वूमन (सीएडब्ल्यू) के ऑफिस में जाकर मामला दिया जा सकता है। यहां पर अब तक सैकड़ों महिलाओं को राहत मिल चुकी है।

2017 में सबसे अधिक कंप्लेन

2014 से महिला कंप्लेन पोर्टल शुरु हुआ था, लेकिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी। इसके चलते मात्र 10 कंप्लेनें ही आई इसके बाद कंप्लेन की संख्या बढ़ने लगी। साल 2017 में सबसे अधिक कंप्लेन आई। अधिकतर कंप्लेन का निस्तारण किया गया।

प्रचार-प्रसार की है कमी

उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा संचालित क्राइम अगेंस्ट वूमन 2014 से काम कर रहा है, लेकिन प्रचार-प्रसार के अभाव में कई महिलाओं को इसकी जानकारी नहीं है। इससे उन्हें कंप्लेन के लिए यहां से वहां भटकना पड़ता है, लेकिन जिन महिलाओं को इसकी जानकारी है, वे इसका लाभ उठा चुकी है। सीएडब्ल्यू में आए मामलों का गहनता से जांच कर निस्तारण किया है।

रखी जाती है गोपनीयता

क्राइम अगेंस्ट वूमन कार्यालय पर महिला संबंधी कंप्लेन में गोपनीयता बरती जाती है। यहां से गोपनीय रूप से कंप्लेन को थाने फॉरवर्ड किया जाता है और थाने से निस्तारण के बाद रिपोर्ट इसी कार्यालय पर आती है। गोपनीय रूप से सारी कार्रवाई होने से महिलाओं को किसी बात का भय नहीं रहता।

ऑफलाइन भी कर सकते हैं सम्पर्क

क्राइम अगेंस्ट वूमन का कार्यालय पुलिस लाइन के पीछे साइबर क्राइम सेल के ऑफिस में है। यहां महिलाओं संबंधी मामलों की सुनवाई के लिए एक आरक्षी की तैनाती भी की गई है। यहां ऑनलाइन कंप्लेन को सीधे थाने भेजकर मामलों में कार्रवाई के लिए बोला जाता है। यदि कोई महिला ऑनलाइन कंप्लेन नहीं कर सकती तो वह सीधे ऑफिस जाकर कंप्यूटर पर तैनात कर्मचारी को भी अपनी कंप्लेन दे सकती है। इस पर भी यहां से सीधे कार्रवाई की जा सकती है।

Posted By: Inextlive