प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के विशेष सहायक के लिए कथित तौर पर काम करने का दावा करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है। आरोपी डिफेंस डील में दलाली के नाम पर धोखाधड़ी की कोशिश कर रहा था। सीबीआई ने आरोपी के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।


नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) प्रधान मंत्री के प्रधान सचिव, पीके मिश्रा के विशेष सहायक जितेंद्र कुमार के लिए काम करने का दावा करने वाले व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई ने आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक अधिकारी के रूप में प्रतिरूपित अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसने बोइंग इंडिया को डिफेंस डील के संबंध में कई कॉल किए और दावा किया कि वह जितेंद्र कुमार के लिए काम कर रहा है। आरोप है कि इस धोखेबाज ने डिफेंस बिड में दलाली के नाम पर धोखाधड़ी की कोशिश की है। पीके मिश्रा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करवाने का जिक्र
एफआईआर के अनुसार, आरोपी ने बोइंग इंडिया के कार्यालय को कई बार कॉल किया और कुछ डिफेंस बिड का जिक्र किया जो बोइंग ने रक्षा मंत्रालय में जमा कराई थीं। उसने बोइंग इंडिया के अधिकारियों की पीके मिश्रा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करवाने की कही थी। अनिरुद्ध सिंह द्वारा किए गए दावों की जानकारी के लिए बोइंग इंडिया ने पिछले साल नवंबर में पीएमओ को ईमेल किया। इस ईमेल में पूरे मामले का जिक्र किया कि हम आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया इस मामले को देखें। अनिरुद्ध सिंह के नाम से कोई भी व्यक्ति पीएमओ के साथ काम नहीं करता बोइंग इंडिया के अधिकारियों ने ईमेल में यह भी जिक्र किया था कि हमने अपने टीम के सभी सदस्यों को सलाह दी है कि वे इस व्यक्ति से किसी भी फोन कॉल या संदेश का जवाब न दें और न ही उसे स्वीकार करें। वहीं इस मामले में पीएमओ ने कहा कि अनिरुद्ध सिंह के नाम से कोई भी व्यक्ति पीएमओ के साथ काम नहीं करता है। इसके बाद मामले की सूचना तुरंत सीबीआई को दी गई। सीबीआई ने आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का केस दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

Posted By: Shweta Mishra