- एनएचआरएम घोटाले की जांच के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंची सीबीआई टीम

- घंटों की पूछताछ और खंगाले दस्तावेज, ओपीडी में आनन फानन में खोला गया टेलीमेडिसिन सेंटर

KANPUR: एनआरएचएम योजना के तहत मेडिकल कॉलेज में 2009 में बने टेलीमेडिसिन सेंटर में घोटाले के आरोपों की जांच कर रही सीबीआई ने शनिवार को फिर छापा मारा। इस दौरान सीबीआई के डीएसपी की अगुवाई में मेडिकल कॉलेज आई टीम ने घंटों कॉलेज कैंपस में इस सेंटर से संबंधित कागजात खंगाले। साथ ही उपकरणों का फिजिकल वैरीफिकेशन भी किया। टीम के अधिकारियों ने तो इस मामले में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया वहीं प्रिंसिपल डॉ। नवनीत कुमार ने दावा किया कि जांच में सीबीआई को सभी उपकरण और दस्तावेज सही मिले हैं।

हाईकोर्ट के आदेश पर जांच

साल 2009 में एनआरएचएम योजना के तहत मेडिकल कॉलेज में टेलीमेडिसिन सेंटर, टीचर्स लाइब्रेरी और ई लर्निग क्लासेस की व्यवस्था के लिए 4 से 5 करोड़ के उपकरणों की खरीद हुई थी। यह सेंटर केजीएमयू, एसजीपीजीआई, इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज, जीएसवीएम और मेरठ मेडिकल कॉलेज में बनाए गए थे। जब एनआरएचएम में घोटाले का पता चला तो हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने जांच शुरू की। जिसमें टेलीमेडिसिन सेंटरों के उपकरणों की खरीदारी में धांधली का पता चला। इसी की जांच के लिए सीबीआई सभी मेडिकल कॉलेजों में जा रही है। शुक्रवार को सीबीआई की एक टीम इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज पहुंची थी। शनिवार को कानपुर और सोमवार को एक टीम मेरठ मेडिकल कॉलेज जाएगी।

सीरियल नंबर तक चेक किए

एक हफ्ते पहले जब सीबीआई इस मामले की जांच करने पहली बार मेडिकल कॉलेज आई थी तो हड़कंप मच गया था। आनन फानन में हैलट ओपीडी में बंद पड़े एक कमरे को साफ करा कर उसमे टेलीमेडिसिन सेंटर से जुड़े सारे उपकरण लगा दिए गए और कागजात दुरुस्त किए गए। शनिवार को जब टीम पहुंची तो कई घंटों तक प्रिंसिपल ऑफिस में कागजात खंगाले। जिन उपकरणों की खरीदारी की गई थी उनका भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान खरीदारी के बिलों को चेक करने के साथ ही मशीनों और फर्नीचर के सीरियल नंबर भी चेक किए गए। साथ ही कई कर्मचारियों और अधिकारियों से भी पूछताछ हुई.

कोट-

सीबीआई की टीम को संबंधित जांच के सभी कागजात उपलब्ध कराए गए थे। उपकरणों का फिजिकल वैरीफिकेशन भी टीम ने किया। टीम को सभी चीजें उपलब्ध मिली हैं। स्टॉफ की कमी और मेंटिनेंस का कोई फंड नहीं होने की वजह से सेंटर को बंद करना पड़ा था। कोशिश की जा रही है कि कुछ अतिरिक्त फंड और स्टॉफ मिल जाए तो इस सेंटर को चलाया जाएगा।

- डॉ। नवनीत कुमार, प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive