- पीडि़त परिवार को लेकर माखी गांव पहुंची सीबीआई टीम

- पीडि़त परिवार को फिर गांव लेकर पहुंची टीम

- घटनास्थलों पर ले जाकर जाना पूरा घटनाक्रम

LUCKNOW

जांच को हाथ में लेने के 14 दिन बाद सीबीआई टीम शनिवार को उन्नाव रेप व हत्याकांड के पीडि़तों को लेकर माखी गांव पहुंची। टीम परिजनों को लेकर पहले उनके घर उसके बाद विधायक आवास और आखिरी में उस जगह ले गई जहां पीडि़ता के पित के संग मारपीट की गई थी। सीबीआई टीम ने दो घंटे तक पूछताछ के बाद अगवा, रेप और मारपीट के मामले में दिये गए बयान के आधार पर नक्शे तैयार किये। टीम की मदद के लिये इस दौरान ग्राम पंचायत सचिव, गांव का लेखपाल और पीडब्ल्यूडी के दो कर्मचारी भी मौजूद रहे।

विधायक के घर ले जाकर समझा घटनाक्रम

शनिवार दोपहर करीब दो बजे सीबीआई की छह सदस्यीय टीम चौधरी चरण सिंह सिंचाई गेस्ट हाउस से पीडि़ता और उसके परिजनों को तीन गाडि़यों में बिठाकर माखी गांव के लिये रवाना हुए। माखी थाना गेट पर एक मिनट तक रुकने के बाद वे पुलिस के साथ गांव के लिये रवाना हो गए। सबसे पहले सीबीआई टीम पीडि़ता व उसके परिजनों को लेकर उनके घर पहुंची। जहां कुछ देर परिवार को वहां रोकने के बाद पीडि़ता और उसके चाचा को लेकर सीबीआई टीम विधायक के आवास में छोटे गेट के रास्ते से पहुंची। इस बीच सीबीआई ने पीडि़ता से घटना वाले दिन की जानकारी ली और विधायक के घर तक पहुंचने के लिए उसी रास्ते का प्रयोग किया गया जिससे शशि उसको ले गई थी। पीडि़ता को विधायक के उस कमरे तक भी ले जाया गया, जिसका उसने मुकदमे में जिक्र किया था।

सिलसिलेवार ढंग से तैयार किया नक्शा

कुछ देर तक विधायक के आवास में रुकने के बाद टीम वापस लौटी और उससे 11 जून, 2017 को अगवा करने की घटना का रास्ता और घटनाक्रम की जानकारी ली। दोनों मामलों को जानने के बाद सीबीआई ने परिवार के उन सदस्यों को साथ लिया जो तीन अप्रैल को पीडि़ता के पिता की पिटाई वाले दिन मौजूद थे। उनके बताए अनुसार सीबीआई ने वह स्थान देखा जहां पर पिता को पीटा गया। टीम ने गांव के रास्तों और फिर थाने तक ले जाने तक के ¨बदुओं को चिन्हित किया। इसके बाद परिवार को उसके घर पर छोड़ सीबीआई की एक टीम ने मौके पर मौजूद लेखपाल, पंचायत सचिव और लोनिवि के अधिकारियों के साथ मिलकर एक-एक घटना का सिलसिलेवार ढंग से नक्शा तैयार कराया।

ग्रामीणों से भी की गई पूछताछ

सीबीआई की एक टीम जहां नक्शा तैयार करने में जुटी तो दूसरी टीम ने घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ की। एक-एक व्यक्ति को अलग-अलग बुलाकर तीनों घटनाओं से जुड़े ¨बदुओं पर सवाल किए। इस बीच पीडि़ता के परिवार को उन लोगों से दूर रखा गया। जानकारों के मुताबिक, पूरे घटनाक्रम में सीबीआई ने करीब डेढ़ घंटे तक लोगों से पूछताछ की और फिर करीब चार बजे वापस जिला मुख्यालय के लिए निकल पड़ी।

Posted By: Inextlive