- सीबीआई ने कैंट जनरल हॉस्पिटल के दवा पर्चियों की जांच की

- देर रात चलती रही जांच, बुधवार को भी जांच

Meerut : अभी ब्ख् लाख रुपए दवा घोटाले की जांच की आंच ठंडी भी नहीं हुई कि एक फिर से सीबीआई ने दवाओं की खरीद-फरोख्त को लेकर जांच शुरू कर दी है। देर रात तक चली जांच अभी बुधवार तक जारी रहेगी। हॉस्पिटल, कैंट बोर्ड और सीबीआई का कोई ऑफिशियल कुछ भी बोलने से इनकार कर रहा है।

अचानक आ गई सीबीआई की टीम

दवाओं की खरीद फरोख्त और उसमें होने वाली गड़बडि़यों को लेकर सीबीआई टीम ने बुधवार को कैंट बोर्ड में दस्तक दी। टीम ने सीईओ से मुलाकात की और उनसे दवाओं की खरीद-फरोख्त को लेकर फाइलें मांगी। सीईओ ने इसके लिए कैंट जनरल हॉस्पिटल की आरएमओ को बोलकर सहयोग करने के लिए कह दिया। जिसके बाद पूरे दिन सीबीआई की टीम बिना किसी हस्तक्षेप के अपनी जांच करती रही।

फाइलें की चेक, मांगी दवाओं की पर्चियां

विश्वस्त सूत्रों की मानें तो सीबीआई की टीम ने पहले दवाओं को लेकर फाइलों को चेक किया। साथ ही इस बात का भी ऑडिट किया कि किस डॉक्टर द्वारा कितनी दवाएं बाहर की लिखी जा रही हैं। साथ ही उन दवाओं की बाहर कितनी कीमत है। साथ ही उन्होंने पेशेंट्स को दिए जाने वाली दवाओं की पर्ची भी देखी। जिसमें वेरीफिकेशन किया कि पर्ची में लिखे पेशेंट्स वास्तव में हैं भी या नहीं। इस तरह की जांच बुधवार देर शाम तक चलती। सीबीआई की ओर से कैंट बोर्ड द्वारा रात में ठहरने की व्यवस्था करने को भी कहा है। जिनकी व्यवस्था आशियाना गेस्ट हाउस में कर दी गई है। इसका मतलब साफ है कि टीम गुरुवार को भी हॉस्पिटल में डेरा डालेगी।

किसी घोटाले के संकेत तो नहीं

सीबीआई का इस तरह से अचानक आना किसी घोटाले की ओर संकेत कर रहा है। करीब सात साल पहले भी सीबीआई की टीम इस तरह की जांच कर चुकी है। उस समय सीबीआई गुपचुप तरीके से अपना काम कर गई थी। उसके बाद कैंट बोर्ड की मीटिंग में दवा घोटाला उजागर हुआ था। इस बार भी कुछ इसी तरह की पटकथा लिखी जा रही है। वैसे कोई भी इस तरह की बात कहने से बच रहा है।

ये भी है असमंजस

वहीं इस बात को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि सीबीआई की टीम किसी की शिकायत पर आई है या फिर स्वत: संज्ञान लिया है। कैंट बोर्ड के एक अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि टीम शिकायत पर ही आई है। ये उन लोगों द्वारा शिकायत की गई है जो मौजूदा सीईओ की कार्यप्रणाली से खुश नहीं है। इस बात को लेकर कैंट बोर्ड के सीईओ ने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।

Posted By: Inextlive