दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव के कार्यालय में सीबीआई रेड के बाद के दिल्‍ली का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। संसद से लेकर सड़क तक हर ओर हंगामा है। ऐसे में जहां तीन राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों सहित कांग्रेस का सर्पोट केजरीवाल के साथ है तो विरोध में भाजपा के अलावा कुछ पुराने दोस्‍त भी हैं। जानें कौन के साथ और किसने बोले विरोधी बोल।

ये हैं केजरी के पक्ष में
दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ के पक्ष वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सबसे पहले आईं उसके बाद सामने आये बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आसाम के सीएम तरुण गोगोई। कांग्रेस का हाथ भी है उनके साथ।  देखें किसने क्या कहा।
 
किसी मुख्यमंत्री के दफ्तर को सील कर देना अभूतपूर्व है। इससे मुझे झटका लगा है। -ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, प. बंगाल
केंद्र और राज्य के बीच अब तक की जितनी भी मर्यादाएं हैं, वह भंग हो रही हैं। -नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

ऐसा नहीं कि सीबीआइ को छापा मारने का अधिकार नहीं है। लेकिन इसका भी एक तरीका है। -तरुण गोगोई, मुख्यमंत्री, असम
सीबीआइ की छापेमारी निश्चित रूप से संघवाद की भावना के विपरीत है। -कमलनाथ, कांग्रेस नेता
इन्होने दिए विपक्ष में बयान
वे दिन चले गए, जब सीबीआइ का दुरुपयोग होता था। आप प्रधानमंत्री की आलोचना कैसे कर सकते हैं? -वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री
केजरीवाल की प्रतिक्रिया निहायत अनुचित है। विश्वसनीय शिकायत के बाद ही सीबीआइ छापा डालती है। -प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय मंत्री

केजरीवाल का बयान पूरी तरह बकवास है और मैं नहीं समझता कि मुझे बकवास पर कमेंट करना चाहिए। -अरुण जेटली, केंद्रीय मंत्री  
केजरीवाल राजनीतिक प्रतिशोध की बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उनके विश्वस्त आदमी पर छापा पड़ा है। -प्रशांत भूषण, पूर्व आप नेता

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Posted By: Molly Seth