मेदिनीनगर: सैकड़ों गरीब परिवारों के करीब 45 करोड़ रुपए लेकर फरार होने वाले एवीआई से¨वग्स को-ऑपरेटिव सोसायटी के चेयरमैन भगवान सिंह नामधारी के बेलवाटिका स्थित घर पर गुरुवार को सीबीआई की रांची टीम ने छापेमारी की। इस बंद पड़े घर में कोई नहीं था। सीबीआई की दस सदस्यीय टीम सुबह 10 बजे से घर के हर कमरे के तलाशी में जुटी है। जानकारी के अनुसार, सीबीआई टीम को घर पर भारी संख्या में ग्राहकों के पासबुक, ननबैं¨कग से जुड़े कागजात व कंम्यूटर मिले हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चिट फंड कम्पनी एवीआई ननबैं¨कग पर पलामू के लोगों का 45 करोड़ रुपये बकाया है। इस मामले में फरार भगवान सिंह नामधारी के खिलाफ पहले से ही मामला दर्ज है।

क्लेम व कागजात का होगा मिलान

बता दें कि इसके पूर्व लगातार दो वर्षों तक सीबीआई की टीम ने स्थानीय परिसदन कई दिनों तक विशेष कैंप लगाकर ग्राहक व एजेंटों से बकाया रकम की जानकारी ली थी। सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि ग्राहकों के क्लेम व कागजातों के मिलान के बाद ही वास्तविक राशि की जानकारी दी जा सकती है।

2013 में भी हुई थी कार्रवाई

बताया जाता है रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ननबैं¨कग के कारोबार पर रोक लगाने के बाद पलामू में ननबैं¨कग के धंधे में जुटी कई कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इसमें अक्टूबर 2013 में मुख्य बाजार के पंचमुहान स्थित एचएस पैलेस में संचालित एवीआई ननबैं¨कग को भी सील कर दिया गया था। वर्तमान डीसी डॉ। शांतनु कुमार अग्रहरि उस वक्त प्रशिक्षु आईएस के तौर पर पदास्थापित थे। कार्रवाई के बाद एवीआई ने कुछ ग्राहकों को पैसा वापस भी किया था। इस बीच अचानक भगवान सिंह नामधारी शहर छोड़ कर भाग निकला। स्थानीय ग्राहकों व एजेंटो ने वर्ष 2013 में शहर थाना में मामला दर्ज कराया था। बाद में हाईकोर्ट के हस्तक्षेप पर मामले को सीबीआई को सुपुर्द कर दिया गया। शुरुआती कार्रवाई के दौरान सीबीआई ने लगभग सभी एजेंटों व ग्राहकों से गहन पूछताछ की थी। इसके बाद यह सीबीआई की पहली बड़ी कार्रवाई है।

Posted By: Inextlive