आई स्पेशल

- बोर्ड ने स्टूडेंट्स के तकनीकि ज्ञान को बढ़ाने के लिए की पहल

- स्कूलों के साइंस टीचर्स स्टूडेंट्स को बनाएंगे टेक्नो एक्सपर्ट

DEHRADUN: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से जुड़े स्कूलों के बच्चे अब रोबोटिक टेक्नोलॉजी से भी रूबरू होंगे। इसके लिए उन्हें स्कूल में ही रोबोटिक्स की जानकारी देने के साथ-साथ रोबोट बनाना भी सिखाया जाएगा। बोर्ड ने बच्चों में तकनीकि ज्ञान को बढ़ाने के लिए नई पहल की है।

रचनात्मकता बढ़ाना मकसद

सीबीएसई द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के जरिए स्कूलों के प्रिंसिपल को निर्देश जारी किए हैं कि वे स्कूल में बच्चों के बीच तकनीकि ज्ञान को बढ़ाने के लिए साइंस टीचर्स की भी जिम्मेदारियां तय करें। बच्चों को बेहतर बनाने के लिए बोर्ड दिल्ली में एक विशेष प्रतियोगिता भी आयोजित करेगा। बोर्ड के मुताबिक दिल्ली में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय रोबोटिक्स प्रतियोगिता में करीब ब्00 स्कूलों को भाग लेना है। प्रतियोगिता ख्म् सितंबर को आयोजित होगी। इसके बाद चयनित स्कूल अक्टूबर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने पर प्रतियोगिता में शामिल होंगे। बोर्ड के अनुसार प्रतियोगिता में देश दुनिया के स्कूलों से बच्चे प्रतिभाग करेंगे। ऐसे में एक मंच पर बच्चों की प्रतिभा का प्रदर्शन उनका तकनीकि और रचनात्मक ज्ञान बढ़ाने में मददगार होगा।

सीखेंगे रोबोट बनाना

बोर्ड के मुताबिक आज का युग टेक्नोलॉजी का युग है। ऐसे में बच्चों को भी शुरुआत से ही तकनीकि कौशल प्रदान करना बेहद जरूरी है। इसी को देखते हुए बच्चों को स्कूल लेवल पर ही रोबोटिक टेक्नोलॉजी की जानकारी मुहैया कराया जाना जरूरी है। बोर्ड ने स्कूलों को जारी किए गए सर्कुलर में कहा है कि ख्क्वीं सदी के विज्ञान के युग में रोबोट एक आधुनिक विद्या है। सभी स्कूलों के साइंस टीचर्स इस विषय पर गंभीरता से काम करें।

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प्रतियोगिता के जरिए साइंस स्ट्रीम से जुड़े स्टूडेंट्स को अपनी सृजनशीलता का परिचय देने का मौका मिलेगा। प्रतियोगिता पहले क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित होगी, जिसके बाद अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में दुनिया के कई देशों के स्कूलों के बच्चे प्रतिभाग करेंगे।

----- मनोज श्रीवास्तव, डायरेक्टर, सीबीएसई, देहरादून रीजन

Posted By: Inextlive