- बिना एफिलिएशन रिन्यू कराये स्कूलों के संचालन पर सवाल

- बोर्ड एग्जाम सिर पर, क्या होगा स्टूडेंट्स का फ्यूचर

- स्टूडेंट्स के फ्यूचर से खिलवाड़ में सरकारी स्कूल भी पीछे नहीं

देहरादून,

2 मार्च से बोर्ड एग्जाम शुरू होने जा रहे हैं, लेकिन दून के 177 स्कूलों में से 21 का एफिलिएशन एक्सपायर हो चुका है। इन स्कूलों में पढ़ रहे स्टूडेंट्स के फ्यूचर पर सवाल खड़े होते हैं। एक स्कूल तो वर्ष 2006 से बिना एफिलिएशन संचालित हो रहा है और उसके विरुद्ध कोई एक्शन नहीं लिया गया। जबकि, हर 3 वर्ष में स्कूलों को एफिलिएशन रिन्यू कराना जरूरी है। सीबीएसई की वेबसाइट की दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने पड़ताल की तो ये खुलासा हुआ।

स्टूडेंट्स के फ्यूचर से खिलवाड़

दून में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) से 117 प्राइवेट और सरकारी स्कूलों को मान्यता मिली हुई है, लेकिन बोर्ड की ऑफीसियल वेबसाइट के अनुसार 21 ऐसे स्कूल हैं, जिनका एफिलिएशन 2006 से 2018 तक एक्सपायर हो चुका है। इनमें अधिकांश स्कूल प्राइवेट हैं, लेकिन सरकारी स्कूल भी स्टूडेंट्स के फ्यूचर से खिलवाड़ में पीछे नहीं है, दून में 6 केंद्रीय विद्यालयों के पास भी मौजूदा समय में एफिलिएशन नहीं है। सीबीएसई की वेबसाइट में ऐसे एक-एक स्कूल की डिटेल मौजूद है।

13 वर्ष से रिन्यू नहीं कराया एफिलिएशन

सीबीएसई से एफिलेटेड एक प्राइवेट स्कूल मसूरी डायवर्जन रोड पर स्थित है, जिसका एफिलिएशन 31 मार्च 2006 को एक्सपायर हो गया था। इसके बाद स्कूल ने इसे रिन्यू नहीं कराया। पिछले 13 वर्ष से ये स्कूल बिना एफिलिएशन संचालित हो रहा है। इस दौरान सीबीएसई ने भी कोई कार्रवाई स्कूल के खिलाफ नहीं की। एक और प्राइवेट स्कूल का एफिलिएशन मार्च 2009 में एक्सपायर हो चुका है, ये स्कूल भी धड़ल्ले से संचालित हो रहा है।

सिस्टम पर ही सवाल

एक और स्कूल का एग्जांपल सिस्टम की पोल खोलता है, भाऊवाला स्थित जीआरडी व‌र्ल्ड स्कूल में गैंग रेप की वारदात के बाद उसका एफिलिएशन कैंसिल कर दिया गया था। सीबीएसई की वेबसाइट पर उसकी संबद्धता 31 मार्च 2018 तक दिखाई गई है, लेकिन उसे बोर्ड से एफिलिएटेड स्कूलों की लिस्ट से बाहर नहीं किया गया है। जाहिर है पूरे सिस्टम में ही बड़ी खामी है।

सीबीएसई का तर्क

ऑफीसियल वेबसाइट बोर्ड के हेड ऑफिस द्वारा ही अपडेट की जाती है। ऐसा संभव ही नहीं है कि बिना एफिलिएशन कोई स्कूल संचालित किया जा सके। हर 3 वर्ष में इसे रिन्यू करना होता है। अगर एफिलिएशन रिन्यू नहीं होता तो स्कूल में किसी प्रकार की एक्टिविटी नहीं की जा सकती।

रणबीर सिंह, रीजनल ऑफिसर, सीबीएसई

एप्लाई किया, इंस्पेक्शन का वेट

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इस संबंध में कई स्कूलों से संपर्क किया। अधिकांश ने इस बारे में कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया लेकिन, विकासनगर स्थित सोशल बलूनी स्कूल के प्रिंसिपल बीसी खंडूडी ने जवाब दिया। उन्होंने बताया कि स्कूल का एफिलिएशन 31 मार्च 2018 को एक्स्पायर हो गया था, रिन्यूअल के लिए एप्लाई किया गया है। इसके लिए बोर्ड की टीम द्वारा इंस्पेक्शन का इंतजार किया जा रहा है। इंस्पेक्शन के बाद ही एफिलिएशन रिन्यू हो पाएगा।

इन प्राइवेट, एडेड स्कूलों की मान्यता समाप्त

--बलूनी पब्लिक स्कूल, तिलवारी, विकासनगर

31 मार्च 2018

-बीडीएम स्कूल, हरबर्टपुर

31 मार्च 2014

-सेंट्रल स्कूल फॉर तिब्बतीयंस, हरबर्टपुर

31 मार्च 2016

-डीएवी पब्लिक स्कूल, डिफेंस कॉलोनी, हरिद्वार रोड

-31 मार्च 2009

-हिम ज्योति स्कूल, सहस्त्रधारा रोड

-31 मार्च 2018

-जसवंत मॉर्डन स्कूल, राजपुर रोड

31 मार्च 2018

-मानव भारती इंडिया इंटरनेशनल स्कूल, नेहरू कॉलोनी

31 मार्च 2017

-नेंसी इंटरनेशनल स्कूल, डोईवाला

31 मार्च 2017

-न्यू होरिजन इंटरनेशनल स्कूल, मसूरी डायवर्जन रोड

31 मार्च 2006

-ओलंम्पस हाई, माजरा

31 मार्च 2015

-सेंग्यून पब्लिक स्कूल, विकासनगर

31 मार्च 2018

-श्री राम कृष्णा एकेडमी, नेहरूग्राम

31 मार्च 2018

-तिब्बतन नेहरू मैमोरियल फाउंडेशन स्कूल, तिब्बती कॉलोनी, क्लेमेंट टाउन

31 मार्च 2018

-टाइम्स व‌र्ल्ड स्कूल, इंदिरानगर

31 मार्च 2018

इस स्कूल की मान्यता रद

-जीआरडी व‌र्ल्ड स्कूल, भाऊवाला

-31 मार्च 2018

Posted By: Inextlive