फरवरी से सीबीएसई बोर्ड एग्जाम स्टार्ट हो रहे हैं। इस बार केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई 2020 के बोर्ड एग्जाम के मूल्यांकन में एक सॉफ्टवेयर की मदद लेगा। थ्योरी इवैल्यूएशन ट्रेंड एनलिसिस ट्रेटा नाम के इस सॉफ्टवेयर से कठिन क्वेश्चंस के आंसर पर अंक देने में मदद ली जाएगी।


गोरखपुर (ब्यूरो)। क्वेश्चन पेपर की कंप्लेन के लिए कंप्लेन सेल भी बनाया गया है। अगर किसी सेंटर पर स्टूडेंट द्वारा क्वेश्चन पेपर को लेकर कोई कंप्लेन होती है तो उसकी जांच सेल द्वारा की जाएगी। नए सॉफ्टवेयर के बनने से 10वीं और 12वीं के एग्जाम में कठिन क्वेश्चन से अब घबराने की जरूरत नहीं है। कैंडिडेट्स अपनी समझ के साथ जो भी आंसर लिखेंगे, उसी अनुसार अंक मिलेंगे। अब स्टूडेंट्स की समझ को इग्नोर करके टीचर्स अंक नहीं काट पाएंगे।पहले भी ली गई थी मददबोर्ड के अनुसार 2018 के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र के दोबारा एग्जाम होने पर उसके मूल्यांकन में ट्रेटा सॉफ्टवेयर की मदद ली गई थी। इससे रिजल्ट बेहतर हुआ था। इसके बाद 2019 में गणित, अर्थशास्त्र के साथ भौतिकी, रसायन शास्त्र, जीवविज्ञान सब्जेक्ट में भी ट्रेटा सॉफ्टवेयर से अंक दिए गए थे।कुछ क्वेश्चंस को कठिन मानते स्टूडेंट
सीबीएसई के अनुसार कई बार छात्र बोर्ड पर सिलेबस के बाहर से क्वेश्चन पूछे जाने का आरोप लगाते हैं। लेकिन वे क्वेश्चन टेक्स्ट बुक से ही होते हैं। टेक्स्ट बुक में दिए गए कुछ क्वेश्चन की सूची से प्रश्न न होकर ये प्रश्न चैप्टर के अंदर से होते हैं। चूंकि स्टूडेंट रट कर क्वेश्चन तैयार कर लेते हैं लेकिन वे चैप्टर पूरी तरह से समझ कर नहीं पढ़ते हैं। ऐसे क्वेश्चन उन्हें कठिन लगते हैं और वे उसे सिलेबस के बाहर का मानते हैं।क्या है ट्रेटा सॉफ्टवेयरथ्योरी इवैल्यूएशन ट्रेंड एनलिसिस (ट्रेटा) के नाम का यह सॉफ्टवेयर है। इसे हर मूल्यांकन केंद्र पर इस्तेमाल किया जाएगा। जिससे आंसर शीट में स्टूडेंट टेक्स्ट बुक की भाषा नहीं बल्कि अपनी भाषा में आंसर देंगे, उसमें आंसर शीट के औसतन अंक इस सॉफ्टवेयर की मदद से दिए जाएंगे।अंकों की मिलेगी जानकारीअपनी भाषा और समझ के साथ कॉपी में आंसर लिखने का क्या फर्क पड़ा है, इसकी जानकारी भी स्टूडेंट को बोर्ड देगा। रिजल्ट के बाद सभी स्टूडेंट्स को उनकी आंसर शीट की फोटो कॉपी मिलेगी। जिसमें स्टूडेंट हर क्वेश्चन में कितने अंक मिले, इसे जान पाएंगे। इससे वे अपना आंकलन भी कर पाएंगे।सिटी में सीबीएसई स्कूल - 102सिटी में सीआईएससीई स्कूल - 20स्टूडेंट्स को मिले नंबरों को काउंट करने के लिए ट्रेटा सॉफ्टवेयर की मदद ली जाएगी। जिन स्टूडेंट्स को नंबर कम लगेंगे, वे अपनी आंसर शीट की फोटो कॉपी देख सकते हैं। इसके लिए उन्हें शुल्क जमा करना होगा।- अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमीgorakhpur@inext.co.in

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