रिजल्ट को लेकर स्टूडेंट्स में दिखा एक्साइटमेंट

--Cumulative Grade Point Average (CGPA) को लेकर होती रही बात, 10 CGPA वालों की रही बल्ले-बल्ले

-रिजल्ट डिक्लेयर होते ही इंटरनेट पर स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स रिजल्ट पता करने में लग गए, स्कूल्स ने भी कर रखी थी तैयारी

JAMSHEDPUR: मेरा क्0 सीजीपीए, तुम्हारा कितना उस स्कूल में इतने बच्चे क्0 सीजीपीए वाले, इस स्कूल का क्या हाल है। स्कूल्स एडमिनिस्ट्रेशन, बच्चे की या फिर उनके पेरेंट्स। सभी क्यूमलेटिव ग्रेड प्वॉइंट एवरेज (सीजीपीए) की बात कर रहे थे और कॉम्पटीशन इस बात की थी कि क्0 सीजीपीए वाले स्टूडेंट्स कौन और कितने।

ट्यूज्डे को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) ने क्0वीं का रिजल्ट डिक्लेयर किया और उसके बाद कुछ ऐसा ही माहौल था सिटी में। सिटी के सीबीएसई स्कूल्स में रिजल्ट को लेकर तैयारी गई थी, स्टाफ फैकल्टी मेंबर्स और प्रिंसिपल्स भी बच्चों का सीजीपीए जानने में लगे थे।

स्टूडेंट्स ने घर पर ही रिजल्ट देख लिया था

सीबीएसई क्0वीं का रिजल्ट शाम के चार बजे डिक्लेयर किया गया। रिजल्ट आते ही स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स रिजल्ट पता करने के लिए इंटरनेट पर बैठ गए थे। दूसरी तरफ स्कूल्स में भी क्0 और 9 सीजीपीए लाने वाले स्टूडेंट्स का रिजल्ट अलग से तैयार किया जा रहा था। क्0 सीजीपीए हासिल करने वाले स्टूडेंट्स को स्कूलों से कॉल गए और उन्हें कैंपस में बुलाया गया, ताकि स्टूडेंट्स के साथ ही स्कूल के फैकल्टी मेंबर्स, स्टाफ और प्रिंसिपल सभी साथ मिलकर एक दूसरे से खुशी शेयर कर सकें।

पापा को हेपेटाइटिस, घर की स्थिति खराब पर निकिता के डेडिकेशन में कमी नहीं आई

भुइयांडीह के रहने वाले मनोज पाण्डेय पिछले 7 महीने से हेपेटाइटिस से ग्रसित हैं। इस बीमारी ने उनकी जॉब भी ले ली। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं। पिता के पेंशन और भाई के प्राइवेट जॉब की थोड़ी कमाई से किसी तरह का घर का खर्च चल पाता है। पर ट्यूज्डे को घर का माहौल बदला हुआ था। परेशानी और टेंशन ने जैसे अपना रास्ता उस घर से बदल लिया था। बच्चे-बुजुर्ग सभी के चेहरे पर खुशियां थी और घर पर मिठाई की भी व्यवस्था की गई थी। मनोज पाण्डेय के सारे दुख को खुशी में बदल दिया था उनकी एक मात्र बेटी निकिता ने। निकिता टेल्को स्थित विद्या भारती चिन्मया की स्टूडेंट है और ट्यूज्डे को डिक्लेयर हुए क्0वीं के रिजल्ट में उसे क्0 सीजीपीए मिले हैं। एक साधारण से घर में ज्वॉइंट फैमिली के साथ रहने वाली निकिता इंजीनियर बनना चाहती है। निकिता के एकेडमिक परफॉर्मेस को देखते हुए पिछले दो सालों स्कूल द्वारा उसे स्कॉलरशिप दिया जा रहा है।

स्माटर् स्टडी में बिलीव करती हैं अंकिता

विद्या भारती चिन्मया की स्टूडेंट अंकिता ने भी क्0 सीजीपीए हासिल किया और वे स्मार्ट स्टडी में बिलीव करती हैं। अंकिता ने कहा कि वे बहुत ज्यादा पढ़ाई करने में बिलीव नहीं करती पर जितनी भी देर वे पढ़ाई करती थीं वह अच्छी तरह से करती थीं। अंकिता का फेवरेट सब्जेक्ट मैथ्स है और वह इंजीनियरिंग करना चाहती हैं। अंकिता के अलावा उसी स्कूल की स्वेता भी इंजीनियर बनना चाहती हैं।

अनमोल आईआइर्टी के बाद आईएएस बनना चाहती हैं

केपीएस बर्मामाइंस की स्टूडेंट अनमोल को भी सीबीएसई क्0वीं के रिजल्ट में क्0 सीजीपीए हासिल हुआ है। अनमोल का कहना है कि वह पहले आईआईटी से बीटेक करना चाहती है। इसके बाद यूपीएससी सिविल सर्विसेज के थ्रू आईएएस बनने की ख्वाहिश है। अनमोल ने अपने इस अचीवमेंट में पेरेंट्स के अहम रोल होने की बात कही। अनमोल का यह भी कहना था कि पेरेंट्स का साथ नहीं मिलने पर बच्चों के लिए सक्सेस हासिल करना काफी मुश्किल होता है।

Posted By: Inextlive