कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को सीबीएसई कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में एक प्रश्न के रूप में महिलाओं पर प्रतिगामी विचारों का समर्थन करने के लिए सरकार को फटकार लगाई। इसके साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी केंद्र की खिंचाई की।

नई दिल्ली (एएनआई)। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को सीबीएसई कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में एक प्रश्न के रूप में "महिलाओं पर प्रतिगामी विचारों" का समर्थन करने के लिए सरकार को फटकार लगाई। कांग्रेस नेता ने ट्विटर पर बोर्ड प्रश्न पत्र शेयर करते हुए कहा कि अविश्वसनीय! क्या हम वास्तव में बच्चों को यह सब बकवास सिखा रहे हैं? स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार महिलाओं पर इन प्रतिगामी विचारों का समर्थन करती है, वरना वे सीबीएसई पाठ्यक्रम में क्यों शामिल किए जाते?" इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने पैसेज वाले पेज की पिक्चर भी शेयर की।

Unbelievable! Are we really teaching children this drivel?
Clearly the BJP Government endorses these retrograde views on women, why else would they feature in the CBSE curriculum? @cbseindia29 @narendramodi?? pic.twitter.com/5NZyPUzWxz

— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 13, 2021

बच्चे कम होना नारीवादी विद्रोह का परिणाम
सीबीएसई कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के क्वेश्चन पैसेज में महिलाओं के लिए कहा गया है कि वह अपनी अलग ही दुनिया में रहना चाहती हैं।मॉडर्न महिलाएं अपने पति की बात को इग्नोर करती हैं। करियर के पीछे दाैड़ रही है। इसके इतना ही नहीं बीसवीं सदी में बच्चे कम हो गए और यह नारीवादी विद्रोह का परिणाम था। इसके अलावा पेपर में महिला विरोध की कई अन्य बातों का भी जिक्र किया गया है।

Most #CBSE papers so far were too difficult and the comprehension passage in the English paper was downright disgusting.
Typical RSS-BJP ploys to crush the morale and future of the youth.
Kids, do your best.
Hard work pays. Bigotry doesn&यt.

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 13, 2021 राहुल गांधी ने भी पैसेज पर उठाए सवाल
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस सीबीएसई कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा मामले में कहा कि 'अब तक सीबीएसई के अधिकांश पेपर बहुत कठिन थे लेकिन अंग्रेजी के पेपर में काम्प्रिहेंशन पैसेज ज्यादा बकवास था। आरएसएस और भाजपा युवाओं के मनोबल और भविष्य को कुचलने पर तुले हैं। उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कड़ी मेहनत से सफलता मिलती है कट्टरता से नहीं।

Posted By: Shweta Mishra