'आर्ट' मतलब सिर्फ ड्राइंग नहीं, अनिवार्य सब्जेक्ट हुआ
12वीं तक कला विषय के लिए क्लास चलाने का दिया निर्देश
8वीं तक के स्टूडेंट्स को पाक कला के तहत खाना बनाने की दें ट्रेनिंग prakashmani.tripathi@inext.co.in PRAYAGRAJ: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन की ओर से क्लास फर्स्ट से 12वीं तक कला विषय अनिवार्य कर दिया गया है। एक अप्रैल से शुरू हुए सत्र में इसे अनिवार्य रूप से विषय की तरह शामिल करने के लिए सीबीएसई की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। इसके बाद म्यूजिक, डांस, थिएटर ओर चित्रकला जैसे सब्जेक्ट भी सिलेबस का हिस्सा हो जाएंगे। इनके लिए परीक्षाएं आयोजित नहीं होंगी, लेकिन थ्योरी, प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर स्टूडेंट्स का असेसमेंट होगा। साथ ही स्कूलों को कक्षा छह से आठवीं तक के स्टूडेंट्स के लिए पाक कला के तहत खाना पकाने की कुछ कक्षाएं देने की सलाह भी दी गई है। पौष्टिक भोजन का महत्व समझेंनए सिलेबस के जरिए स्टूडेंट्स को कई बेहतर जानकारी देने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
पाक कला के जरिए स्टूडेंट्स को पौष्टिक भोजन के साथ ही भारत में उगाई जाने वाली फसलों व मसालों के मूल्य के बारे में जानने का मौका मिलेगा।विभिन्न बीजों से तेल कैसे निकाला जाता है और कृषि संबंधी अच्छी आदतों के बारे में जानने का भी स्टूडेंट्स को मौका मिलेगा।
इसमें गर्ल्स व ब्वॉयज दोनों को ही शामिल किया जाए। नए आदेश के अनुसार प्रत्येक स्कूल को कला की शिक्षा के लिए सप्ताह में न्यूनतम दो कक्षा अनिवार्य रूप से सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है। निर्देश की खास बातें सीबीएसई ने कला विषय को अनिवार्य रूप से पढ़ाने की बात कही है। कला विषय को एक अप्रैल से शुरू हुए एकेडमिक सेशन से ही लागू किया गया है। म्यूजिक, डांस, थिएटर और चित्रकला, विजुअल जैसे विषय को सिलेबस का हिस्सा बनाया गया है। सीबीएसई की ओर से सर्कुलर जारी किया गया है। इसका फायदा स्टूडेंट्स को इंडिपेंडेंट बनाने में होगा। जिससे फ्यूचर में उन्हें फायदा होगा। सुष्मिता कानूनगो प्रिंसिपल, एमपीवीएम