- अपने संसाधन आपस में शेयर करेंगे स्कूल्स, आपसी सहयोग से होंगी एक्टिविटीज

- स्टूडेंट्स में कॉम्प्टीशन की भावना डेवलप करने के लिए की गई पहल

GORAKHPUR: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अपने सभी स्कूलों को आपस में जोड़ने की पहल की है। इसके तहत सीबीएसई स्कूलों को कोलेबोरेटिव लर्निग हब बनाने जा रहा है। स्टूडेंट्स में कॉम्प्टीशन की भावना डेवलप करने के लिए बोर्ड ने ये पहल की है। एक लर्निग हब में पांच या उससे अधिक स्कूल्स हो सकते हैं। बोर्ड से मिले निर्देश के बाद इसके लिए गोरखपुर के स्कूलों ने भी तैयारी पूरी कर ली है। जिसके तहत एक स्कूल लीड की भूमिका में है और उसके अंडर पांच अन्य स्कूल्स हैं। ये लर्निग हब नेक्स्ट सेशन में जुलाई से काम करना शुरू कर देंगे।

यह होंगे फायदे

इस पहल के तहत गोरखपुर के सीबीएसई स्कूलों को भी जोड़ा जाएगा, जो अपने संसाधनों को अन्य स्कूल्स के साथ शेयर कर सकेंगे। स्कूल्स के इस हब को कोलेबोरेटिव लर्निग हब (सीएलएच) नाम दिया गया है। एक हब में पांच या उससे ज्यादा स्कूल शामिल होंगे। एक हब के अंदर आने वाले स्कूल डिफरेंट एक्टिविटीज में एक-दूसरे का सहयोग कर क्षमता निर्माण में एक-दूसरे की मदद करेंगे। स्कूल्स के बीच शैक्षिक आदान-प्रदान के कार्यक्रम भी होंगे। इससे स्टूडेंट्स को सीखने के लिए ज्यादा अवसर मिल सकेंगे।

ये करना होगा

- स्कूल हब आपस में स्पो‌र्ट्स की सुविधाओं, प्रयोगशालाओं, सभागारों को भी आपस में शेयर करेंगे।

- प्रिंसिपल्स और टीचर्स की ट्रेनिंग के साथ-साथ स्पो‌र्ट्स और कल्चरल एक्टिविटीज, साइंस एग्जीबिशन और क्विज का भी आयोजन किया जाएगा।

- स्कूल हब को स्टूडेंट्स के लिए कुछ अहम मामलों जैसे सुरक्षा और सलामती, ऊर्जा और जल संरक्षण, पर्यावरण, डिजिटल नवाचार और मूल्यों एवं नेतृत्व कौशल पर सेमिनारों के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।

- सभी स्कूल हब अपने आसपास स्थित औद्योगिक इकाइयों, कारखानों, प्रशासकीय मुख्यालयों, सुरक्षा सेवाओं, उच्च शिक्षा के संस्थानों और बिजनेस हाउस से भी जुड़ेंगे।

- आधारभूत ढांचा और टीचर्स की कमी की वजह से किसी स्कूल में पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। किसी स्कूल में अगर टीचर्स की कमी है तो उसकी पूर्ति दूसरे स्कूल से की जा सकेगी।

बॉक्स

गोरखपुर में ये स्कूल करेंगे लीड

जवाहर नवोदय विद्यालय, आर्मी पब्लिक स्कूल, जीएन नेशनल स्कूल, हॉलमार्क व‌र्ल्ड स्कूल, रत्न मेमोरियल पब्लिक स्कूल, एयरफोर्स स्कूल, नवल्स एकेडमी, यूएस एकेडमी कैंपियरगंज, केंद्रीय विद्यालय, पिलर्स, सेंट्रल एकेडमी, राधिका सीनियर सेकेंड्री, माउंट लिट्रा जी स्कूल, डिवाइन पब्लिक स्कूल, ब्लॉसम स्कूल, अल्मा मैटर द स्कूल।

फैक्ट फिगर

लीड करने वाले स्कूल्स के रहेंगे पार्टनर - 5 स्कूल्स

शहर में सीबीएसई स्कूल्स - 99

वर्जन

इस पहल से स्टूडेंट्स के बीच कॉम्प्टीशन की भावना डेवलप होगी। सभी स्कूल्स एक-दूसरे से जुड़ेंगे तो और बेहतर करेंगे।

- विशाल त्रिपाठी, प्रिंसिपल, आर्मी पब्लिक स्कूल

Posted By: Inextlive