लखनऊ में आयोजित बैठक में राज्यपाल ने दिए थे निर्देश

गांव की तलाश में जुटी यूनिवर्सिटी, डेवलपमेंट के साथ सुधारेंगे शिक्षा व्यवस्था

Meerut। सीसीएस यूनिवर्सिटी अब गांव की शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए भी कदम आएगी। इसके लिए सीसीएस यूनिवर्सिटी की ओर से एक गांव को गोद लिया जाएगा। हालांकि, सीसीएस यूनिवर्सिटी कौन सा गांव गोद लेगी इसकी घोषणा 30 सितंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह में की जाएगी। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। एनके तनेजा ने बताया कि मेरठ का एक गांव गोद लेकर वहां के स्वास्थ्य, कुपोषण, टीबी सहित बीमारियों के लिए न सिर्फ बच्चों को जागरुक करेंगे, बल्कि स्टूडेंट्स की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए प्रयास करेंगे। दरअसल, बीती छह सितम्बर को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के साथ हुई बैठक के बाद फैसला लिया गया।

राज्यपाल ने दिए निर्देश

गौरतलब है कि बीते दिनों लखनऊ में आयोजित प्रदेश के सभी यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों के साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने सभी यूनिवर्सिटी को निर्देश दिए थे कि हरेक यूनिवर्सिटी के टीचर एक-एक स्टूडेंट्स को गोद लें या फिर यूनिवर्सिटी एक गांव को गोद लेकर उसके डेवलपमेंट की जिम्मेदारी ले। इसके तहत ही सीसीएस यूनिवर्सिटी ने मेरठ में एक गांव गोद लेने का विचार किया है।

नहीं है कोई क्राइटेरिया

हालांकि, अभी तक ये तय नहीं हो पाया है कि गांव का चुनाव किस आधार पर किया जाए। लेकिन इसके बावजूद भी यूनिवर्सिटी ऐसे गांव के तलाश में जुट गई है जहां पर कम जागरुकता व कम डेवलपमेंट है,बीपीएल कार्ड धारक ज्यादा है, शिक्षित लोगों की कमी है व जहां की लड़कियां कम पढ़ पा रही है।

अभी शासन ने इस बारे में कोई क्राइटेरिया नहीं दिया है कि गांव का आधार क्या होना चाहिए। लेकिन अपने स्तर से गांव की तलाश की जा रही है, जल्द ही मीटिंग कर तय किया जाएगा कि कौन सा गांव गोद लिया जाएगा।

प्रो। एनके तनेजा, वीसी, सीसीएसयू

Posted By: Inextlive