- लापरवाह गार्ड का सीएमएस ने काटा वेतन

- सीएमएस ने बयान दर्ज कर सीएम को सौंपी रिपोर्ट

बरेली : कुतुबखाना चौकी इंचार्ज से मारपीट और उनकी वर्दी फाड़ने के मामले में कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वेडनस डे को पुलिसकर्मी जिला महिला अस्पताल पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। देर रात प्रसूता अंजू के भर्ती होने के बाद से सुबह नवजात की मौत के बाद हुए हंगामे के साक्ष्य हासिल किए। वहीं, सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि जिला महिला अस्पताल में हंगामे के समय सुरक्षा गार्ड ने पास मौजूद होने के बावजूद काम में उदासीनता दिखाई और बाहर ही खड़ा रहा। इस पर सीएमएस ने सुरक्षा गार्ड अमित को ड्यूटी से अनुपस्थित मानते हुए एक दिन का वेतन काट दिया। वहीं, चेतावनी दी कि अगली बार ऐसी लापरवाही मिलने पर ड्यूटी से हटा दिया जाएगा।

डीएम तक जाएगी रिपोर्ट

सीएमएस डॉ.अलका शर्मा ने ट़्यूज डे को हंगामा होने के दौरान मौजूद ड्यूटी डॉक्टर किरन, स्टाफ नर्स व महिला होमगार्ड पूजा के बयान दर्ज किए। पीडि़ता अंजू, तीमारदार व आसपास मौजूद दूसरे मरीजों और उनके साथ मंगलवार को मौजूद रहे लोगों से बात की। उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट सीएमओ डॉ.विनीत शुक्ला को दी है। यह रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी।

यह था पूरा मामला

भमोरा निवासी अंजू नौ माह की गर्भवती थीं। प्रसव कराने के लिए वह मंडे को जिला महिला अस्पताल भर्ती हुई थीं। ट्यूज डे को प्रसव पीड़ा के बाद अंजू ने मृत बच्चे को जन्म दिया। यह अंजू का पहला बच्चा था। नवजात की मौत से गुस्साए परिजनों ने जिला महिला अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया था। आरोप था कि अस्पताल स्टाफ ने सही जांच नहीं की। मामला तूल पकड़ता देख ड्यूटी डॉक्टर ने डायल 100 को बुलाया। फिर भी मामला नहीं संभला तो इलाकाई कुतुबखाना चौकी पुलिस पहुंची। आरोप है कि सीआरपीएफ जवान यशपाल ने चौकी इंचार्ज को तमाचा मार दिया। वर्दी फाड़ी। जिसके बाद उसे हिरासत में लिया गया। बाद में पुलिस ने आरोपियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

Posted By: Inextlive