आधे सेंटर्स में भी नहीं लगे सीसीटीवी
50 फीसदी एग्जाम सेंटर्स ने भी नहीं लगवाए वॉयस रिकॉर्डर और सीसीटीवी
6 फरवरी से शुरू हो रही 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 14 दिसंबर तक परीक्षा केंद्रों को वॉयस रिकॉर्डर और सीसीटीवी लगवाने का मिला था समय 107 सेंटर बनाए गए हैं यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिए 30 सेंटर्स पर ही वॉयस रिकॉर्डर और सीसीटीवी लगाने की सूचना विभाग को मिली 18 दिसंबर तक सभी केंद्रों को मानक पूरे करने का शपथपत्र देना होगा 30 दिसंबर से शुरु हो रही है यूपी बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाMeerut । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 6 फरवरी से शुरू हो रही हैं, लेकिन परीक्षा केंद्रों को परीक्षा मानकों की कतई परवाह नहीं है। यही वजह है डेडलाइन बीतने के बाद भी सेंटर्स पर वॉयस रिकॉर्डर और सीसीटीवी नहीं लगे हैं। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने सभी परीक्षा केंद्रों को 14 दिसंबर तक वॉयस रिकॉर्डर और सीसीटीवी लगवाने का समय दिया था।
--------- यह है स्थितियूपी बोर्ड परीक्षा के लिए इस बार जिले में 107 सेंटर बनाए गए हैं। बोर्ड ने नकल रोकने के लिए पहली बार सभी सेंटर्स को कक्ष के आमने-सामने की दीवारों पर एक- एक सीसीटीवी और वॉयस रिकॉर्डर अनिवार्य रूप से लगवाने के निर्देश दिए है, लेकिन केंद्र संचालक बोर्ड के नियमों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं स्थिति यह है की अभी तक मात्र 30 सेंटर्स पर ही वॉयस रिकॉर्डर और सीसीटीवी लगाने की सूचना विभाग को प्राप्त हुई है। जबकि 18 दिसंबर तक सभी केंद्रों को मानक पूरे करने का शपथपत्र भी विभाग काे देना है।
प्रैक्टिकल में भी वीडियोग्राफी यूपी बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षा 30 दिसंबर से शुरु हो रही है। शासन के निर्देशों के मुताबिक इस बार प्रैक्टिकल परीक्षाओं की भी वीडियोग्राफी कराई जाएगी। ऐसे में केंद्र संचालकों की लापरवाही विभाग के लिए चुनौती बन गई हैं। ------ यह है वजह केंद्र संचालकों का कहना है लैब में कैमरे लगे हुए हैं, चूंकि परीक्षा में अभी समय हैं ऐसे में अगर अभी से ही सीसीटीवी या वॉयस रिकॉर्डर लगाए गए तो शरारती तत्व इन्हें तोड़ सकते हैं। इसलिए अधिकतर स्कूल जनवरी में ही अपने यहां कैमरे और वायस रिकार्डर लगवाएंगे। ------स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं। जिन स्कूलों ने अभी तक भी मानक पूरे नहीं किए हैं उनको व्यवस्था करने के लिए अतिरिक्त समय दिया जा रहा है। परीक्षा से पहले सभी को मानक पूरे करने होंगे
गिरजेश कुमार चौधरी, डीआईओएस, मेरठ।